भारतीय सेना सर्जिकल स्ट्राइक से उत्साहित है। जांबाजी के दो साल पूरा होने पर सेना अपनी मारक क्षमता का परिचय देकर दुश्मनों को कड़ा संदेश देगी। शुक्रवार को सर्जिकल स्ट्राइक की वर्षगांठ पर मनाए जा रहे पराक्रम पर्व पर जम्मू एयरफोर्स स्टेशन में कार्यक्रम का आयोजन होगा।
राज्य में 28 सितंबर से 30 सितंबर तक मनाए जाने वाले पराक्रम पर्व के दौरान जम्मू के साथ सेना की उत्तरी कमान मुख्यालय ऊधमपुर में भी कार्यक्रम होगा। इन कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी का हौसला बढ़ाया जाएगा।
गौरतलब है कि 29 सितंबर 2016 को सेना की उत्तरी कमान ने कश्मीर के उड़ी, पुंछ जिले के मेंढर व राजौरी जिले के नौशहरा में सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर गुलाम कश्मीर में कई आतंकी प्रशिक्षण शिविर तबाह कर दिए थे।
जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को शह दे रहे पड़ोसी देश को स्पष्ट संकेत दिया था कि भारतीय सेना खूनखराबा करने के लिए तैयार किए जा रहे आतंकियों को उनके शिविरों में घुसकर मार सकती है।
उड़ी हमले का बदला लेने की कार्रवाई से दुश्मन को गहरा आघात लगा था। उड़ी में आतंकियों द्वारा 19 सैनिकों को शहीद करने की घटना से देशवासियों में रोष था।
ऐसे में सेना की सर्जिकल स्ट्राइक से जहां देशवासियों के कलेजे को ठंडक मिली। वहीं, सेना को भी सुकून मिला कि अपने जवानों की शहादत का बदला ले लिया गया है।
इस ऐतिहासिक दिन की याद में जम्मू में हो रहे मुख्य कार्यक्रम में वायुसेना के हेलीकॉप्टर, सेना के आधुनिक हथियार, तोपें, मिसाइलें, संचार यंत्र व अन्य साजोसामान प्रदर्शित कर सेना दिखाएगी कि वह दुश्मन की चुनौतियों का सामना करने के लिए कैसे सशक्त हो रही है।
पहले दिन स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थियों को सेना का दमखम देखने का मौका मिलेगा। इस दौरान युवाओं को सेना में भर्ती होने के बारे में प्रेरित भी किया जाएगा।
सेना के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेन्द्र आनंद ने बताया कि आधुनिक हथियारों के प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम में वायुसेना के गरूड़ कमांडो भी अपनी काबिलियत का परिचय देंगे।
इस दौरान युवाओं को भारतीय वायुसेना की भूमिका के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को वायुसेना व सशस्त्र सेनाओं के बारे में जागरूक करना है।