मंगलवार को उत्तराखंड में दिन की शुरूआत वर्षा के साथ हुई। राजधानी देहरादून सहित ज्यादातर क्षेत्रों में तड़के ही वर्षा आरम्भ हो गई थी जो प्रातः थमी। वहीं देहरादून समेत सभी जिलों में मौसम विभाग ने अगले चार दिन भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। देहरादून, नैनीताल, चंपावत के साथ ही पर्वतीय इलाकों में भारी वर्षा का अनुमान है। वही कहीं-कहीं गर्जना के साथ बिजली चमकने तथा वर्षा होने का अंदाजा है।
साथ ही बारिश का यह सिलसिला आगे चार दिन मतलब 17 सितंबर तक जारी रहेगा। मंगलवार को नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर एवं पौड़ी में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। देहरादून में आसमान में आंशिक तौर पर सामान्य रूप से बादल छाए रहेंगे। गर्जना के साथ हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं। वहीं सोमवार प्रातः देहरादून में बादल छाए रहे। दोपहर तथा शाम के वक़्त कई इलाकों में तेज बौछारें भी पड़ीं। इससे कई स्थानों पर जलभराव भी हुआ तथा जनता को समस्या का सामना करना पड़ा।
वही यमुनोत्री धाम समेत यमुना घाटी मे रातभर हो रही सर्वाधिक वर्षा की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं, नदी नाले भी ऊफान पर हैं। मलबा आने से यमुनोत्री हाईवे कई स्थान बंद हो गया है। साथ ही गंगोत्री हाईवे भी सुखी टॉप के पास पत्थर व मलबा आने की वजह से बंद है। उत्तरकाशी में 11 ग्रामीण संपर्क मोटर मार्ग यातायात के लिए बाधित हैं। यमुनोत्री हाईवे पर वर्षा के पश्चात् झर्जरगाड़ नाला अचानक ऊफान पर आ गया। इस के चलते यमुनोत्री क्षेत्र से इंटर कॉलेज जा रहे स्कूली विद्यार्थी भी मार्ग में ही फंस गए। विद्यार्थी तथा स्थानीय व्यक्ति बहाव कम होने व हाईवे खुलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।