दुनिया में अब तक संक्रमितों की संख्या 5.80 करोड़ के पार हो चुकी है जबकि मृतकों की तादाद 13.80 लाख के पार हो गई है। इस बीच, अमेरिका के शीर्ष थिंक टैंक ने अपनी रिपोर्ट मे कहा है कि दक्षिण एशिया में इस महामारी का सेहत क्षेत्र की चुनौतियों के मुकाबले आर्थिक मोर्चे पर ज्यादा असर पड़ा है।
हडसन इंस्टीट्यूट थिंक टैंक ने ‘नौ माह कोविड-19 के दक्षिण एशिया पर असर’ शीर्षक से रिपोर्ट जारी की है, जिसके सह लेखक अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी और अर्पणा पांडे हैं।
हक्कानी ने कहा, दक्षिण एशिया पर कोविड-19 के आर्थिक परिणाम इस क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से भी अधिक बुरे साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी देशों में स्वास्थ्य आधारभूत संरचना की खराब स्थिति है और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों की बड़ी संख्या है, जो स्वास्थ्य संकटों से निपटने के लिए लड़ाई को कठिन बनाते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति हाल ही में कोरोना संक्रमण से जूझकर घर लौटे हैं और अब उनके बड़े पुत्र डोनाल्ड ट्रंप जूनियर संक्रमित पाए गए हैं। उनके प्रवक्ता ने जानकारी दी कि वे फिलहाल क्वारंटीन में हैं। उन्होंने बताया कि वे लक्षण रहित हैं और सभी दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं।