अमेरिका के जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के अनुसार अब तक दुनिया में 3.7 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 10 लाख 70 हजार मरीजों की जान जा चुकी है। वहीं भारत की बात करें तो यहां संक्रमितों की संख्या 71 लाख के पार पहुंच गई है। वहीं एक लाख से ज्यादा लोगों की वायरस के कारण मौत हो गई है। हालांकि राहत की बात ये है कि देश में सक्रिय मामलों की तुलना में ठीक हुए मरीजों की संख्या ज्यादा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का मानना है कि कोरोना वायरस बीमारी के खिलाफ वैक्सीन 2020 के अंत तक या अगले साल की शुरुआत में पंजीकरण के लिए तैयार हो जाएगी। यह जानकारी डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामिनाथन ने दी।
स्वामीनाथन ने पत्रकारों से कहा, ‘जैसा कि आप जानते हैं, हमारे पास लगभग 40 वैक्सीन उम्मीदवार हैं जो अब नैदानिक परीक्षणों के चरण में हैं। इनमें से 10 तीसरे चरण के परीक्षण में हैं। जो हमें प्रभावकारिता और सुरक्षा दोनों के बारे में बताएगा।
इसलिए हम अनुमान लगा सकते हैं, यह देखते हुए कि परीक्षण कब शुरू होगा और कब नियामकों द्वारा प्रस्तुत करने के लिए पर्याप्त डाटा उपलब्ध कराने संभावना है, 2020 के दिसंबर से 2021 के शुरुआत में ऐसा हो सकता है।’
इस साल के शुरू में वायरस का प्रकोप शुरू होने के बाद से कई देश दर्जनों टीके विकसित कर रहे हैं, लेकिन अभी तक डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित तासरे चरण के परीक्षण पर कोई भी खरा नहीं उतरा है। कई टीकों के साल के अंत तक डब्ल्यूएचओ में पंजीकृत होने की उम्मीद है।