हिमाचल के मंडी में भारी बारिश मौत बनकर बरस रही है. लोगों में पहाड़ी चट्टानों के गिरने का खौफ बना हुआ है. शुक्रवार की सुबह मंडी जिले में हणोगी माता मंदिर के पास पहाड़ी से चट्टान के गिरने से दो वाहन चपेट में आ गए. इसमें दो लोगों की चट्टान के नीचे दबकर मौत हो गई वहीं कई अन्य घायल हो गए. चट्टान के गिरने से मंदिर और आस-पास के इलाके को भी नुकसान पहुंचा है.
वहीं इस घटना के बाद चट्टान के मलबे ने सड़क को जाम कर दिया है. हादसे में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है. रास्ते से मलबा हटाने का काम जारी है.
इधर, भारी बारिश के बाद गुप्तकाशी में केदारनाथ हाईवे का 70 मीटर हिस्सा बह गया है. यही नहीं, केदारघाटी के उषाडा गांव में कई घरों पर बारिश का कहर दिखा है. इस गांव में जमीन धंसने से कई घर टूट गए हैं. खौफ में जी रहे 40 से अधिक परिवारों ने अपने घर छोड़ छोड़ दिए हैं और सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं.
उत्तराखंड की पहाडियां लगातार बारिश से कांप रही हैं. चमोली जिले में नदियां उफान पर हैं. पहाड़ों पर भूस्खलन हो रहा है. लगातार बारिश का असर बद्रीनाथ हाईवे पर भी पड़ा है. बद्रीनाथ हाईवे पर 8 जगह सड़क को भारी नुकसान पहुंचा है. वहीं, चमोली के कुरालू गांव में भूस्खलन से कई मवेशी मलबे में दब गए.
उत्तराखंड के ही बागेश्वर में हर तरफ मलबे और कीचड़ का कब्जा है. सड़कों और पुल के नाम पर सिर्फ मलबे का ढेर नजर आ रहा है. पेड़ जड़ से उखड़े पड़े हैं और इनकी चपेट में आकर दुकानें और घर तहसनहस हो गए हैं. उत्तरांड में अगले 24 घंटे के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है.
पानी की मार ने हिमाचल प्रदेश में भी हाहाकार मचा दिया है. कुल्लू में उफनती नदी की चेतावनी को नजरअंदाज करना 3 युवकों को भारी पड़ गया. तेज धार कब युवकों को किनारे से बीचोंबीच खींच ले गई पता ही नहीं चला. घंटों तक धार के बीच चट्टान पर टिके रहने के बाद गांववालों को इनका पता चला तो लोगों ने टायर और रस्सियां फेंककर इन्हें किनारे खींचा.