पूरे यूरोप और दुनिया को उम्मीद थी कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई गई कोरोना वायरस की वैक्सीन क्रिसमस तक बाजार में आ जाएगी.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस उम्मीद पर पानी फेर दिया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के वरिष्ठ अधिकारी माइक रयान ने कहा कि किसी भी वैक्सीन का पहला उपयोग वर्ष 2021 के शुरुआती महीनों में ही संभव है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्पष्ट कहा है कि इस साल के अंत तक कोरोना वायरस की कोई वैक्सीन नहीं मिलेगी. लोगों को उम्मीद थी कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन लोगों को मुहैया हो जाएगी. लेकिन ऐसा नहीं होगा.
मिरर डॉट को डॉट यूके की खबर के मुताबिक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन से यूरोप, अमेरिका, मेक्सिको और रूस को सबसे ज्यादा उम्मीदें थीं.
WHO के इमरजेंसी प्रोग्राम के प्रमुख माइक रयान ने कहा कि दुनियाभर के रिसर्चर्स बहुत तेजी से काम कर रहे हैं ताकि वैक्सीन बनाई जा सके. लेकिन बाजार में वैक्सीन इस साल के अंत तक नहीं आ पाएगी.
माइक रयान ने कहा कि जो भी वैक्सीन आएगी वो अगले साल यानी 2021 के शुरूआती महीनों में आएगी. उन्होंने आगे कहा कि इस समय हर दिन जितने कोरोना के मामले आ रहे हैं, वो रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं.
माइक इस समय WHO की उस टीम के प्रमुख हैं जो यह देखेगी कि दुनिया के सभी देशों को सही समय पर सही मात्रा में वैक्सीन मिले. रयान ने कहा कि इस समय दुनियाभर के वैज्ञानिक तेजी से वैक्सीन बनाने में जुटे है. वो बेहतरीन काम कर रहे हैं.
अभी तक कई वैक्सीन फेज 3 ट्रायल्स में पहुंच गए हैं. इनमें से कोई विफल नहीं हुई है. जहां तक बात है सुरक्षा और इम्यूनिटी बढ़ाने की तो सभी वैक्सीन ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है.
माइक रयान एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आयोजित सार्वजनिक सभा में बोल रहे थे. माइक ने कहा कि यह बात स्पष्ट है कि इस साल तो दवा नहीं आ रही. अगले साल की शुरुआत में ही कोरोना वायरस की वैक्सीन सबको मिलेगी.
माइक ने कहा कि WHO ये प्रयास करेगा कि सबको सही समय और सही मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध हो. वैक्सीन मिलने में किसी भी देश को दिक्कत न आए. ताकि पूरी दुनिया का भला हो सके.