दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि भारत ने एक महान नेता खो दिया है। सुषमा स्वराज एक बहुत ही जिंदादिल शख्सियत थीं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। भाजपा की कद्दावर नेता और दिल्ली की पहली मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज का 67 साल की उम्र में निधन हो गया है।
सुषमा स्वराज का मंगलवार की देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ है। सुषमा स्वराज के परिवार में उनके पति राजकौशल और उनकी बेटी हैं। मंगलवार शाम को केंद्र सरकार के द्वारा कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने पर सुषमा ने ट्वीट कर पीएम को बधाई भी दी थी। इसके कुछ देर बाद ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा। अस्पताल के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें बेहद नाजुक हालत में एम्स में देर रात 10.15 बजे भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली।
बीमारी से थीं परेशान
सुषमा स्वराज काफी समय से बीमार थीं। अपने स्वास्थ्य कारणों के कारण ही वर्ष 2019 में उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया था। 2016 के अप्रैल माह में एम्स से ही उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था।
हमेशा मदद के लिए चर्चा में रहीं
सुषमा विदेश मंत्री रहते हुए देश के बाहर फंसे भारतीयों के हमेशा संकटमोचक बनकर सामने आती थीं। सोशल मीडिया में उनकी सक्रियता अक्सर लोगों का मन मोह लेती थीं। वह ट्वीट का जबाव तुरंत देती थीं। यहीं नहीं एक ट्वीट कर उन्हें समस्या बताने के बाद वह पूरी तनमयता से उसे खत्म करने में जुट जाती थीं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत का पक्ष मजबूती से रखा
सुषमा संयुक्त राष्ट्र में अनेक अवसरों पर उन्होंने भारत का पक्ष मजबूती से रखा। वह यूपीए सरकार के दौरान नेता विपक्ष के रूप में अपने धारदार भाषणों और हस्तक्षेप के जरिए भाजपा ही नहीं वरन लोकतंत्र की स्वस्थ परंपराओं को हमेशा मजबूत किया। उन्हें किसी पार्टी की पहली महिला प्रवक्ता, पहली युवा महिला सांसद, दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और पहली महिला विदेश मंत्री होने का गौरव हासिल था।