बरसों पुराने गठबंधन को तोड़कर कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने वाली शिव सेना ने एक बार फिर से भाजपा पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए शिवसेना ने कहा कि बार-बार एक ही बयान देने से बात नहीं बन सकती।
अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखे संपादकीय में शिव सेना ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और अनुच्छेद 370 पर सवाल उठाए। संपादकीय में कहा गया कि भाजपा नेतृत्व वाली सरकार को अनुच्छेद 370 और सीएए का राजनीतिक फायदा उठाने की जगह काम पर फोकस करना चाहिए।
शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया भाषण पर भी सवाल उठाए, जिसमें उन्होंने अनुच्छेद 370 और सीएए पर पीछे नहीं हटने की बात कही थी। पार्टी ने पूछा कि आखिर उन पर दबाव बना कौन रहा है?
संपादकीय में कहा गया है कि दिल्ली में भाजपा की हार बताती है कि पीएम नरेंद्र मोदी को अपनी दिशा बदलने की जरूरत है। बार-बार एक ही भाषण से तालियां तो मिल जाएंगी लेकिन वोट दूसरे खेमों में बंट जाएंगे। दिल्ली विधानसभा चुनाव में ऐसा ही हुआ है।
सामना में छपे संपादकीय में लिखा है, ‘पीएम मोदी ने वाराणसी में कहा कि कितना भी दबाव क्यों न बन जाए हमारी सरकार अनुच्छेद 370 और सीएए पर पीछे नहीं हटेगी।
प्रधानमंत्री और अमित शाह ने दिल्ली चुनाव के हर भाषण में यही बात कही। लोगों ने भाजपा के इस प्रचार को खारिज कर दिया। अब प्रधानमंत्री ने वाराणसी में भी यही भाषण दिया है।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि पीएम मोदी पर आखिर दबाव बना कौन रहा है?’ शिव सेना ने अनुच्छेद 370 पर समर्थन दिया था, लेकिन अब सवाल उठाते हुए पूछा कि इसे हटाने से आखिर क्या फर्क पड़ा?