दिल्ली में डेंगू से सफदरजंग अस्पताल में दूसरी मौत हुई। करीब 32 साल के युवक को अस्पताल में 10 सितंबर को भर्ती किया गया था। मरीज को तेज बुखार के साथ डेंगू के दूसरे लक्षण थे। इलाज के दौरान मरीज की हालत लगातार खराब होती गई और उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इससे पहले लोकनायक अस्पताल में एक मरीज ने डेंगू के कारण दम तोड़ दिया था।
सफदरजंग अस्पताल प्रशासन का कहना है कि दिल्ली में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रविवार देर शाम तक अस्पताल में 13 नए मरीजों को डेंगू के कारण भर्ती किया गया। मौजूदा समय अस्पताल में डेंगू के 15 मरीज भर्ती किए गए। एक जुलाई से अभी तक अस्पताल में 74 मरीजों को भर्ती किया जा चुका है। इनमें से एक मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ा। वहीं, लोकनायक, डॉ. राम मनोहर लोहिया, जीटीबी, डीडीयू सहित दिल्ली के दूसरे अस्पतालों में डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
डॉक्टरों का कहना है कि बीते कुछ दिनों में अचानक मामले बढ़ने लगे हैं। हर दिन औसतन 100 से अधिक मरीज डेंगू के लक्षण के साथ पहुंच रहे हैं। इनमें से काफी मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव मिल रही है। वहीं दिल्ली नगर निगम की माने तो दिल्ली में बीते सप्ताह तक डेंगू के 709 मरीज थे। पिछले सप्ताह 131 नए मामले सामने आए थे। इस सप्ताह इसकी संख्या 100 से 150 के बीच रहने की उम्मीद है। डॉक्टरों का कहना है कि नवंबर तक दिल्ली में डेंगू के मामले सामने आते हैं। बीते दिनों हुई बारिश के बाद जलभराव की वजह से मामले बढ़ने की आशंका है।
एमसीडी ने मच्छरों के प्रजनन को रोकने की तेज कीं तैयारियां
राजधानी में डेंगू के मामले बढ़ने व मौत का सिलसिला शुरू होने पर एमसीडी ने मच्छर जनित बीमारियों से निपटने के प्रयास तेज कर दिए है। इस कड़ी में उसनेे मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए मच्छर रोधी दवा का छिड़काव करने का सिलसिला तेज कर दिया है। फॉगिंग करने की भी शुरूआत होने जा रही है।
एमसीडी के अनुसार, वह अभी तक एक घर में सप्ताह में एक दिन मच्छरों के प्रजनन के संबंध में जांच करती थी, लेकिन अब वह एक घर में सप्ताह में दो दिन घरों में जांच करेगी। अभी तक उसे 1.56 लाख घरों में मच्छरों के प्रजनन स्थल पाए गए हैं। इन स्थलों को नष्ट कर दिया गया और घर के मालिकों को स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी सुझाव दिए गए। वहीं वह घरों में मच्छर रोधी दवाओं का छिड़काव और फॉगिंग करेगी। हालांकि वह कीटनाशकों का नियमित छिड़काव नालियों, जल निकायों और सतही जल संग्रहण स्थलों पर साप्ताहिक रूप से छिड़काव कर रही है। वहीं उसने स्वच्छ जल संग्रहण स्थलों में 213 जगहों पर लार्वा भक्षी मछलियां डाली हैं। जबकि पुलिस स्टेशनों, निर्माण स्थलों, पार्कों, अस्पतालों, स्कूलों, सरकारी कार्यालयों और डीटीसी डिपो जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में मच्छर रोधी अभियान चलाए हैं। वह 97397 कानूनी नोटिस दे चुकी है और उसने 32384 चालान किए और 7929 लोगों पर जुर्माना लगाया है।