राजधानी में हर नए दिन के साथ कोरोना की संक्रमण दर बढ़ रही है। सोमवार को 39,733 लोगों की जांच में संक्रमण के 175 मामले आए। जबकि, 1 मरीज की मौत हो गई। इस दिन की संक्रमण दर 0.44 फीसदी रही। बीते छह दिनों से संक्रमण दर में लगातार इजाफा हो रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अब कुल संक्रमितों की संख्या 6,39,464 हो गई है। 6,27,149 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना से कुल 10,911 लोगों की मौत हो चुकी है। फिलहाल संक्रमण के 1404 सक्रिय मरीज हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इस समय 489 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। होम आइसोलेशन में 739 रोगियों का इलाज चल रहा है। कोविड-19 केंद्रों में 1 मरीज भर्ती है। कोरोना से कुल संक्रमण दर घटकर 5.15 फीसदी हो गई है तो वहीं मृत्युदर 1.71 प्रतिशत है। दिल्ली में अबतक 1 करोड़ 24 लाख 20 हजार लोगों कि जांच की जा चुकी है। बढ़ते मामलों के साथ कंटेनमेंट जोन भी बढ़ रहे हैं। इनकी कुल संख्या 596 हो गई हैं।
राजधानी में सोमवार से 45 से 59 साल के बीमार लोग और 60 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू हो गया। पहले दिन बुजुर्ग लोगों मे वैक्सीनेशन के प्रति अधिक उत्साह दिखा। स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मचारियों के मुकाबले बुजुर्गों की संख्या ज्यादा रही। हालांकि,लक्ष्य के हिसाब से आधे लोगों ने भी वैक्सीन नहीं लगवाई।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बुजुर्गों के लिए सोमवार को 308 केंद्रों पर टीकाकरण अभियान चलाया गया। इसमें 60 साल से अधिक उम्र के 5176 लोगों ने और 45 साल से ज्यादा उम्र के 1009 लोगों ने वैक्सीन लगवाई। इसके अलावा 1954 स्वास्थ्य कर्मचारियों और 4296 अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मचारियों ने भी टीके की खुराक ली। इनमें 3086 कर्मचारियों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई। कुल 15521 लोगों को टीका लगाया गया। इनमें सिर्फ 1 व्यक्ति को टीका लगने के बाद दर्द और बुखार कि शिकायत हुई। सुबह 9 बजे शुरू हुआ वैक्सीनेशन कार्यक्रम शाम 5 बजे तक चला।
इंडियन स्पाइनल इंजरीज सेंटर के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर एच.एस छाबड़ा ने बताया कि बुजुर्गों के टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार की ओर से जारी सभी मानकों का पालन किया जा रहा है। ऑनलाइन पंजीकरण कराने के साथ-साथ सीधे केंद्र पर आकर भी बड़ी संख्या में लोगों ने टीका लगवाया। डॉक्टर छाबड़ा ने बताया कि अगर टीकाकरण के बाद किसी को कोई समस्या होती है तो उसके लिए अस्पताल में एडवर्स इमरजेंसी रिस्पांस कमेटी का गठन किया गया है। सरकारी अस्पतालों के मुकाबले निजी अस्पतालों में अधिक लोगों ने वैक्सीन लगवाई।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, जो लोग खुद से पंजीकरण कर वैक्सीन के लिए अस्पताल आए, उन्हें पहले टीका लगाया गया, जिन लोगों ने अस्पताल जाकर रजिस्ट्रेशन किया उनकी बारी बाद में आई। कुछ लोगों ने कोविन- पोर्टल पर पंजीकरण कराते समय तकनीकि खामियों की शिकायत कि थी। आने वाले दिनों में इसका समाधान किया जाएगा। ऑनलाइन पंजीकरण कराने वालों को सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे का समय दिया गया। जबकि, वॉक इन वालों के लिए दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे के बीच, यानी 2 घंटे का समय तय किया गया है।
टीका लेने वाले अधिकतर लोगों ने बताया कि वैक्सीन लेने के लिए उन्होंने एप के जरिए नहीं बल्कि को-विन पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कराया। लोगों ने कहा कि फोन पर को-विन एप पर पंजीकरण नहीं हो सका था। इसके बाद उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय की बेवसाइट से उन्हें को-विन पोर्टल की जानकारी मिली,जिससे रजिस्ट्रेशन किया। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए पंजीकरण और बुकिंग को-विन एप के जरिए नहीं ब्लकि पोर्टल के जरिए की जा सकती है।
अधिकारी के मुताबिक, 45 से 59 साल के उम्र के किसी व्यक्ति ने टीका लेने के लिए अगर टीका फर्जी मेडिकल प्रमाण दिखाया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन प्रमाण पत्र जमा करने की दौरान बेवसाइट पर ही उसकी जांच की जाएगी।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा की सोमवार से दिल्ली में कोरोना टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू हो गया है। इसमें 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और 45 से 59 साल के जो लोग पुरानी बीमारी से पीड़ित हैं, उनको वैक्सीन लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि 192 अस्पतालों में 308 केंद्रों पर लोगों को टीका लगाया जा रहा है।
पत्रकारों से बात करते हुए जैन ने कहा कि जो भी बुजुर्ग लोग अस्पताल में इलाज के लिए आएंगे, उन्हें वैक्सीन लेने के लिए प्ररित किया जाएगा। इससे टीकाकरण को बढ़ावा मिलेगा। जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार और केंद्र के सरकारी अस्पतालों में टीका निशुल्क लगाया जाएगा। जबकि, निजी अस्पताल प्रति डोज के हिसाब से 250 रुपये ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि कई अस्पतालों में एक से अधिक केंद्र बनाए गए है। इससे प्रति दिन ज्यादा से ज्यादा लोगों वैक्सीन लगवा सकेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टीका के लिए पंजीकरण कराने का तरीका काफी सरल है। को- विन एप के माध्यम से ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। वही, जो लोग ऑनलाइन पंजीकरण नही कर सकते। वह सीधा सेंटर पर आकर वैक्सीन ले सकते है। इसके लिए उन्हें अपने साथ एक पहचान पत्र लाना होगा। जैन ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि अधिक लोग ऑनलाइन तरीके से ही पंजीकरण कराए।