अनशन की राजनीति के बीच दिल्ली की नौकरशाही में तबादलों को लेकर बड़ी खबर आ रही है। वरिष्ठ आइएएस अधिकारी और अंडमान निकोबार से अनिंदो मजूमदार को तुरंत प्रभाव से दिल्ली ट्रांसफर कर दिया गया है। हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि उन्हें दिल्ली में कौन सा पद दिया जाएगा। फिलहाल अंशु प्रकाश ही दिल्ली के मुख्य सचिव हैं। बता दें कि अंशु प्रकाश दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास पर आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों की पिटाई का शिकार हुए थे।
यहां पर बता दें कि पिटाई के बाद से ही कहा जा रहा था कि दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश दिल्ली सरकार से तबादला ले सकते हैं, हालांकि अभी तक उनके तबादले को लेकर कोई खबर नहीं है। मारपीट की घटना से वह बहुत आहत थे। बताया जा रहा है कि पिटाई के बाद इस तरह के माहौल को देखते हुए उन्होंने केंद्र सरकार से दिल्ली सरकार में नहीं रहने की इच्छा जताई थी।
यूटी कैडर के छह वरिष्ठ आइपीएस का तबादला
इससे पहले गुरुवार को गृहमंत्रालय ने यूनियन टेरिटरी (यूटी) कैडर के छह वरिष्ठ आइपीएस का तबादला कर दिया था। दिल्ली में कई वर्ष से तैनात दो वरिष्ठ आइपीएस का दिल्ली से बाहर तबादला किया गया है, जबकि दिल्ली से बाहर तैनात तीन वरिष्ठ आइपीएस को वापस दिल्ली बुला लिया गया है।
वहीं कुछ महीने पहले ही बाहर से पोस्टिंग काटकर दिल्ली बुलाई गई वरिष्ठ महिला आइपीएस को कुछ महीने तक दिल्ली में वेटिंग पर रखने के बाद फिर से दिल्ली से बाहर भेज दिया गया है। गुरुवार को गृहमंत्रालय में हुई डिपार्टमेंटल प्रमोशनल कमेटी (डीपीसी) की बैठक में तबादले से संबंधित निर्णय लिया गया। उसके बाद सूची जारी कर दी गई। डीपीसी की बैठक पहले 31 मई को होनी थी लेकिन तीन बार टलती रही।
दीपेंद्र पाठक का तबादला
दिल्ली पुलिस में तैनात विशेष आयुक्त यातायात व मुख्य प्रवक्ता दीपेंद्र पाठक का दिल्ली से तबादला कर अंडमान व निकोबार भेज दिया गया है। वहां वह बतौर डीजी कार्यभार संभालेंगे। अंडमान एंड निकोबार में एडीजी रैंक का पद ही सृजित है। पाठक अच्छे अधिकारी माने जाते हैं।
दो पद खाली
पूर्व पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार वर्मा ने पदभार ग्रहण करते ही कुछ समय बाद दिल्ली पुलिस के तत्कालीन प्रवक्ता डीसीपी राजन भगत का तबादला कर उन्हें क्राइम ब्रांच में भेज दिया था और विशेष आयुक्त ताज हसन को दिल्ली पुलिस का मुख्य प्रवक्ता बना दिया था। राजन भगत की जगह उन्होंने अपने डीसीपी राजीव रंजन को प्रवक्ता बना दिया था। ताज हसन का तबादला होने के बाद आलोक वर्मा ने दीपेंद्र पाठक को मुख्य प्रवक्ता बना दिया था। अमूल्य पटनायक के पुलिस आयुक्त बनने पर उन्होंने डीसीपी मधुर वर्मा को मीडिया प्रवक्ता बना दिया। कुछ महीने पहले मधुर वर्मा को नई दिल्ली जिले का डीसीपी बना दिया गया और उनकी जगह एसीपी अनिल मित्तल को बैठा दिया गया। दीपेंद्र पाठक का तबादला होने से दिल्ली पुलिस में अब न तो मुख्य प्रवक्ता व न ही प्रवक्ता के पद पर किसी की तैनाती है। दो पद खाली पड़े हैं।