दिल्ली के राधास्वामी व्यास छतरपुर में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) की टीम ने 10,000 से भी ज्यादा बिस्तरों वाले प्रस्तावित कोविड केयर सेंटर का जिम्मा संभाल लिया है.
26 जून से शुरू होने वाले राजधानी के इस विशाल कोविड केयर सेंटर के संचालन की नोडल एजेंसी के तौर पर आईटीबीपी ने बुधवार को कार्यभार संभाल लिया.
आईटीबीपी के अनुभवी डॉक्टरों और प्रशासकों की टीम ने बुधवार सुबह राधास्वामी व्यास छतरपुर के इस केंद्र में आकर युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं.
आइटीबीपी की टीमों ने दिल्ली सरकार और जिला प्रशासन के अधिकारियों और आश्रम के अलग-अलग अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कीं. दिल्ली जल बोर्ड और बिजली विभाग के भी अधिकारी इस मौके पर मौजूद रहे. साउथ दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के स्टाफ भी बैठक में शामिल थे.
फिलहाल 26 जून से लगभग 2000 बेड की क्षमता वाला सेंटर शुरू कर दिया जाएगा. धीरे-धीरे इसकी संख्या में कोविड मरीजों के अनुसार बढ़ोतरी की जाएगी.
इसकी अधिकतम क्षमता 10, 200 बेड तक की जा सकती है. यह अब तक का सबसे बड़ा सेंटर होगा जिसमें लगभग 1,000 से भी ज्यादा डॉक्टरों के शामिल होने की संभावना है.
आईटीबीपी को संचालन का जिम्मा देने के पीछे खास कारण यह है कि आईटीबीपी ने कोरोना के संक्रमण शुरू होने से लेकर अब तक हर स्तर पर क्वारनटीन केंद्र और कोरोना से संबंधित मरीजों के इलाज में अहम भूमिका निभाई है. आईटीबीपी के पास कोरोना संक्रमण के खिलाफ चल रही कार्रवाई में खास अनुभव हासिल है.
यही कारण है कि आईटीबीपी को गृह मंत्रालय ने इस विशेष काम का जिम्मा दिया है. इस काम में आईटीबीपी को दिल्ली के संबंधित जिला प्रशासन के अलावा सभी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की भी सहायता मिलेगी.
यह विशालकाय कोविड केयर सेंटर बहुत बड़े इलाके में फैला हुआ है जहां प्रबंधन, सुरक्षा के साथ-साथ लगातार डॉक्टरों की टीम और अन्य प्रकार की जरूरी सुविधाओं की दरकार रहेगी. इसके लिए मैराथन बैठकों और तैयारियों का दौर जारी है.