पुलिस की जांच में सामने आया कि कमरे पर निखिल आया था। पुलिस की दो टीमों को उसकी तलाश में उत्तराखंड भेज दिया गया। मूलरूप से उत्तराखंड का रहने वाला निखिल तिमारपुर के एक रेस्तरां में काम करता था। दुर्गेश और लक्ष्मी के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। बाकी पड़ोसियों से भी पूछताछ की जा रही है।
उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस स्थित मजनू का टीला इलाके में मंगलवार दोपहर एफ-ब्लॉक में छह माह की मासूम यशिका और सोनम (22) नाम की युवती की गला रेतकर हत्या कर दी गई। जिला पुलिस उपायुक्त राजा बांठिया ने बताया कि सोनम पिछले 15-20 दिनों से अपनी सहेली लक्ष्मी के घर रह रही थी। मंगलवार दोपहर लक्ष्मी अपनी दूसरी बेटी को स्कूल लेने गई थी। घर पर यशिका और सोनम को अकेला पाकर हत्यारे ने वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस सोनम के लिवइन पार्टनर निखिल को हत्यारोपी मानकर जांच कर रही है।
नैनीताल की रहने वाली थी सोनम
सोनम मूलरूप से नैनीताल उत्तराखंड की रहने वाली है। पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दे दी है। जिला पुलिस उपायुक्त राजा बांठिया ने बताया कि मंगलवार दोपहर करीब 1.00 बजे उनकी टीम को वारदात की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस को मकान की पहली मंजिल के कमरे में दोनों के खून से लथपथ शव बरामद हुए।
5-6 साल से लिवइन में रह रही थी सोनम
पुलिस को पता चला कि मोहन सिंह के मकान में भरतपुर, राजस्थान निवासी दुर्गेश परिवार के साथ रहते हैं। परिवार में पत्नी लक्ष्मी के अलावा दो बेटियां यशिका और दीया हैं। दुर्गेश की एरिया में मोबाइल की दुकान है। सोनम पिछले 5-6 वर्षों से अपने लिवइन पार्टनर निखिल के साथ ए-ब्लॉक में रह रही थी। दोनों के बीच विवाद हुआ तो वह लक्ष्मी के घर पर रहने लगी थी।
सहेली गई थी बेटी को स्कूल से लाने
मंगलवार दोपहर दुर्गेश दुकान पर था, दीया स्कूल गई थी। दीया लेकर लक्ष्मी जब स्कूल से घर पहुंची तो कमरे में मासूम बेटी और सहेली को लहूलुहान देखकर चीख पड़ी। रोते हुए लक्ष्मी ने पति को कॉल किया फिर पुलिस को सूचना दी।
कमरे में आया था निखिल
पुलिस की जांच में सामने आया कि कमरे पर निखिल आया था। पुलिस की दो टीमों को उसकी तलाश में उत्तराखंड भेज दिया गया। मूलरूप से उत्तराखंड का रहने वाला निखिल तिमारपुर के एक रेस्तरां में काम करता था। दुर्गेश और लक्ष्मी के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। बाकी पड़ोसियों से भी पूछताछ की जा रही है।
बेटी को साथ ले जाती तो शायद जिंदा होती मासूम
अमूमन लक्ष्मी अपनी बड़ी बेटी को स्कूल से लेने के लिए छोटी बेटी यशिका को साथ ले जाती थी। मंगलवार को अधिक गर्मी की वजह से वह बेटी को सोनम के पास छोड़कर चली गई। उसे क्या पता था कि यह गलती उसे जीवन भर के लिए दंश दे जाएगी। वह यशिका को अपने साथ ले जाती तो उसकी जान बच जाती। करीब पंद्रह मिनट बाद जब लक्ष्मी दीया को लेकर वापस आई तो वहां का मंजर देख उसके होश उड़ गए। जमीन पर खून से लथपथ यशिका और सोनम के शव पड़े थे।
लगातार सोनम को फोन कर रहा था निखिल
लक्ष्मी की चीख सुनकर आस पड़ोस के लोग दौड़ पड़े। लक्ष्मी ने पति को कॉल करने के बाद पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर बाद पुलिस वहां पहुंच गई। सीसीटीवी की पड़ताल हुई तो पता चला कि कमरे में निखिल आया था। वारदात के बाद वह फरार हुआ। पुलिस ने सोनम का मोबाइल जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया है। जांच में पता चला कि निखिल लगातार उसे कॉल कर कर रहा था। लक्ष्मी ने बताया कि वह सोनम पर वापस आने का दबाव बना रहा था। लक्ष्मी और सोनम एक दूसरे को कई साल से जानती हैं। सोनम को लक्ष्मी छोटी बहन की तरह मानती थी। यही वजह रही कि निखिल से विवाद होने पर सोनम लक्ष्मी के घर आ गई।
मासूम की क्यो ली जान…
हत्यारे ने यशिका को क्यों मारा यह सवाल सभी के जेहन में है। क्योंकि छह माह की मासूम तो बोल भी नहीं सकती है। लोगों आशंका जता रहे है कि हो सकता है सोनम ने यशिका को गोद में लिया हो और इसी दौरान निखिल ने दोनों का गला रेत दिया।