नरेला सब सिटी को एजुकेशन हब के तौर पर विकसित किया जा रहा है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर दिल्ली के सात विभिन्न सरकारी विश्वविद्यालयों व संस्थानों को उनके परिसरों के विकास के लिए 181 एकड़ भूमि आवंटित की है। इसके अलावा, इन विश्वविद्यालयों को इनकी मांग के अनुरूप क्षेत्र में पहले से निर्मित 1082 फ्लैट भी आवंटित किए गए हैं।
एलजी ने पिछले साल अक्टूबर में अधिकारियों के साथ बैठक की थी। साथ ही निर्देश दिया था कि नरेला को एजुकेशन हब के तौर पर विकसित किया जाए। ये शहर में विश्वविद्यालय परिसरों के लिए आवश्यक भूमि प्रदान करने के अलावा, नरेला सब-सिटी के बुनियादी ढांचे के विकास को भी बढ़ावा देगा। इस मुद्दे पर विश्वविद्यालय/संस्थान के साथ कई बैठकें हुईं, जिसमें ये सभी अपनी लंबे समय से लंबित मांगों के साथ आए थे। इसके बाद, डीडीए ने इन्हें कम से कम समय में भूमि आवंटित की। यह भूमि मौजूदा परिसरों के अतिरिक्त होगी। इससे विश्वविद्यालय/संस्थान को आवश्यकता अनुसार विस्तार करने में मदद मिलेगी। इसकी जरूरत काफी समय से महसूस की जा रही थी।
इन विश्वविद्यालयों को आवंटन किए गए पत्र
विश्वविद्यालय भूमि
दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी -16.73 एकड़
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय – 22.43 एकड़
दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय -10 एकड़
इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली – 20 एकड़
दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी -47.46 एकड़
दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी -12.69 एकड़
इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वूमेन -50 एकड़
सीमित परिसर में चल रहे विश्वविद्यालय
विश्वविद्यालय इलाका
दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी महरौली बदरपुर रोड, पुष्प विहार
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय सेक्टर-16C, द्वारका
दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय सेक्टर-9, द्वारका
इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली ओखला इंडस्ट्रियल एरिया, फेज 3
दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी शाहबाद दौलतपुर, मेन बवाना रोड
दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी पी-625 और 745, आउट्रम लेन, नई दिल्ली
इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वूमेन मदरसा रोड, कश्मीरी गेट
1300 : करोड़ राजस्व मिलेगा डीडीए को
डीडीए को भूमि और फ्लैटों के लिए अतिरिक्त राजस्व के तौर पर लगभग 1300 करोड़ रुपये मिलेंगे। गौरतलब है कि पिछले एक साल से अधिक समय में डीडीए, अपनी बिना बिकी इन्वेंटरी में से लगभग 8000 फ्लैट्स बेचने में सफल रहा है।
सब सिटी का होगा विकास
नरेला क्षेत्र के विकास के लिए कई दिशा में काम किया जा रहा है। यहां पर एजुकेशन हब के साथ अन्य विकास कार्य भी किए जा रहे हैं। इसमें आवास, कोर्ट, पुलिस, अस्पताल, जेल कॉम्प्लेक्स के निर्माण भी शामिल हैं। इसके अलावा यहां लोगों की पहुंच आसान बनाने के लिए मेट्रो व अन्य परिवहन सुविधा को भी मजबूत किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि नरेला को द्वारका की तर्ज पर ही विकसित किया जाएगा। ऐसा होने से इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग आएंगे। इससे दिल्ली का बोझ कम होगा। साथ ही नरेला का भी विकास होगा।