अभिभावकों का कहना है कि एक तो पहले ही ईडब्ल्यूएस सीट पर दाखिला लेने के लिए स्कूल में मशक्कत करनी पड़ती है। प्रक्रिया में देरी होने से दिक्कतें और भी ज्यादा बढ़ेंगी।
राजधानी के निजी स्कूलों में लंबे इंतजार के बाद भी आर्थिक पिछड़ा वर्ग (ईडब्ल्यूएस), वंचित वर्ग (डीजी), विशेष आवश्यकता वाले बच्चे (सीडब्ल्यूएसएन) श्रेणी की सीटों पर दाखिला प्रक्रिया इस हफ्ते शुरू होने की संभावना है। स्कूलों में नर्सरी के सामान्य श्रेणी के छात्रों का नया सत्र शुरू हो गया है। लेकिन, अभी तक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में कोई कार्यक्रम जारी नहीं किया है। इसको लेकर अभिभावकों के बीच में नाराजगी का माहौल है। साथ ही, दाखिला जानकारी लेने के लिए अभिभावक स्कूल से लेकर निदेशालय के चक्कर भी लगा रहे हैं।
अभिभावकों का कहना है कि एक तो पहले ही ईडब्ल्यूएस सीट पर दाखिला लेने के लिए स्कूल में मशक्कत करनी पड़ती है। प्रक्रिया में देरी होने से दिक्कतें और भी ज्यादा बढ़ेंगी। बता दें कि निजी स्कूलों में 25 फीसदी सीट ईडब्ल्यूएस, डीजी और विशेष बच्चों की श्रेणी के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है। शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि ईडब्ल्यूएस श्रेणी के दाखिला संबंधी दिशा-निर्देश व अधिसूचना इस सप्ताह जारी होने की संभावना है। ज्यादातर स्कूलों ने सीटों के मामले के बारे में आंकड़ों की जानकारी दे दी है। अब इसे सूचीबद्ध किया जा रहा है।
वहीं, रोहिणी निवासी खुशी राणा ने बताया कि उन्हें अपनी बेटी का दाखिला करवाना है, इसे लेकर वह चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक ईडब्ल्यूएस श्रेणी के दाखिला शुरू होने की कोई सूचना नहीं हैं। इसको लेकर उन्होंने सारी तैयारी कर ली है। ताकि दाखिला प्रक्रिया में देरी न हो जाए। वहीं, बदरपुर निवासी प्रियम ने बताया कि उन्हें अपने बेटे का दाखिला कराना है। वह निदेशालय से लेकर स्कूलों तक के चक्कर लगा रही है। लेकिन, कहीं से भी दाखिले की सूचना नहीं मिल रही है। उन्होंने बताया कि कुछ स्कूलों में नया सत्र शुरू हो गया है। लेकिन, ईडब्ल्यूएस श्रेणी की दाखिला प्रक्रिया का कोई पता नहीं है।