इंदौर में प्रॉपर्टी का बाजार फिर से उछाल पर है। सौदों में लगातार ग्रोथ देखी जा रही है और पंजीयन विभाग की आय देखकर फूल नहीं समा रहा। इस साल के पहले 6 महीनों यानी अप्रैल से 30 सितंबर के बीच ही पंजीयन शुल्क और स्टाम्प ड्यूटी से विभाग को कुल 1076.23 करोड़ रुपए की आय हुई है। वरिष्ठ जिला पंजीयक डॉ. अमरेश नायडू का कहना है कि अब दिवाली और नए साल से और ज्यादा उम्मीदें हैं। हमारा लक्ष्य है अगली छह माही में लक्ष्य पूरा कर लें। उल्लेखनीय है इस साल सरकार ने इंदौर जिले को 3300 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य दिया है।
विजय नगर, सुखलिया और खजराना में सर्वाधिक ग्रोथ
इस साल होने वाली आय की तुलना में पिछले साल इस अवधि तक यह आय 986.77 करोड़ थी। इसी तरह दस्तावेजों के पंजीयन की बात करें तो इस साल अब तक 84,600 दस्तावेज पंजीयन हुए हैं। फिछले साल इस अवधि में 85,558 दस्तावेज पंजीकृत हुए थे। सर्वाधिक ग्रोथ इंदौर-3 (विजय नगर, सुखलिया, खजराना) में है, जहां पिछले साल की तुलना में 34.83% अधिक आय हुई है, वहीं 26.89% दस्तावेज अधिक पंजीयन हुए हैं। इस साल पंजीयन विभाग ने बड़े पैमाने पर रजिस्ट्री शुल्क और स्टाम्प ड्यूटी में भी वृद्धि की है।
महू, इंदौर-4 और इंदौर-2 में भी प्रॉपर्टी सौदे बढ़ रहे
महू, इंदौर-4, इंदौर-2 में प्रॉपर्टी सौदों में इजाफा होकर अपेक्षाकृत अधिक दस्तावेज पंजीकृत हुए हैं। विभाग को पिछले साल की तुलना में इस साल अब तक 9.07% की आय में वृद्धि हुई है। इसी तरह दस्तावेजों के पंजीयन की बात करें तो पिछले साल की तुलना में 1.12% प्रतिशत कम दस्तावेज पंजीयन हुए हैं। शहर के मध्य क्षेत्र में पिछले साल की तुलना में 15.63% कम आय हुई है, वहीं 22.15% दस्तावेज भी कम पंजीयन हुए।
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