लड़कियों के बेचने का धंधा काफी पुराना है. कई जगह ऐसा देखा भी जाता है कि सिर्फ चंद रुपयों के लिए घर की बहु बेटियों को बेच दिया जाता है. ऐसा पिछले कई सालों से चला आ रहा है जो आज्ज भी कम नहीं हुआ है. हमारे देश में भी कई जगह ऐसी हैं जहां पर लड़ियों का ऐसे ही सौदा लगता है जिसे जानकर आपके होश उड़ जायेंगे. लड़कियों बेचना कुछ पिछड़े लोग परंपरा का नाम दे देते हैं और उसी को आज तक निभाते आये हैं ये लोग जिनके बारे में हम बताने जा रहे हैं. कुछ जगहों पर लड़कियों बेचना या फेयर मर्द के हवाले कर देना एक रिवाज होता है जो बहुत ही अजीब है.
दरअसल, मध्यप्रेदश के शिवपुरी में धड़ीचा नाम प्रथा सदियों से चली आ रही है और लड़कियां 20 रुपए में लोगों के मनोरंजन का सामान बनकर रह गई हैं. लड़कियों की कीमत इतनी लगाई जा रही है जितने रुपयों की कोई अहमियत नहीं होती. यह ऐसी प्रथा बन चुकी है जहां पर महिलाएं इसका शिकार होती है और उनका पति एक सस्ते से स्टाम्प पर साइन करते ही अपनी पत्नी किसी और को सौंप देता है. इस प्रथा में बिकने वाली औरत और खरीदने वाले पुरुष के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट किया जाता है. ज्यादा रकम होेने पर संबंध लंबे समय तक रहता है. यानि जितनी कीमत होगी उतना ही लम्बा रिश्ता होगा.
इतना ही नहीं, अगर रकम कम हो तो जल्द ही खत्म हो जाता है. कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने पर महिला का दूसरे पुरुष के साथ सौदा कर दिया जाता है. गांव में रहने वाली एक महिला का कहना है कि इस कुप्रथा को खत्म करने के लिए कई बार सरकार ने प्रयास भी किए लेकिन फिर भी यह प्रथा खत्म नहीं हुई.