महिलाओं के पेट में कोई बात नहीं पचती है। वो कहीं न कहीं बात को उगल ही देती हैं। कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता है। सबसे ज्यादा खतरा तो तब होता है जब आप उन्हे मना कर दें कि किसी को भी मत बताना, तब वो सबसे पहले बता देती हैं। वहीं पुरूष बातों को छिपाने में कुछ हद तक कामयाब हो जाते हैं।
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जब यह बात उनके पांडव पुत्रों को पता चली तो उनके ज्येष्ठ पुत्र युधिष्ठिर ने उन्हे शाप दे दिया, “आपने यह बात छुपाकर रखी, इसलिए मैं आपको शाप देता हूँ कि आज के बाद आप क्या दुनिया की कोई भी स्त्री अपने पेट में बात पचाकर नहीं रख पाएगी। वह सत्य को उगल ही देगी।”