बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश सरकार तथा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर बड़ा हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कोरोना संक्रमण व जांच के संबंध में विधानसभा में झूठ बोला। तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पांच मेडिकल कॉलेजों में जांच की गलत बात कही। कहा कि बिहार की राजनीति में अब झूठ की सीमाएं खत्म हो गईं हैं। कोरोना जांच की सच्चाई छिपाई जा रही है।
मुख्यमंत्री से काफी अलग स्वास्थ्य मंत्री की रिपोर्ट
गुरुवार को तजस्वी ने पटना में कहा कि सरकार ने जनता को तो धोखा दिया ही है, स्वास्थ्य मंत्री ने सदन में भी गलत आंकड़ा पेश किया। उनके अनुसार आधी से अधिक जांच आरटी पीसीआर से हो रही है। जबकि, मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को जो आंकड़ा दिया है उसके अनुसार यह जांच मात्र 10 फीसद हो रही है। विधानसभा में सच्चाई को छिपाया गया। मंगल पांडेय की रिपोर्ट मुख्यमंत्री की रिपोर्ट से काफी अलग है।
सरकारी अस्पतालों में भी जांच के लिए ले रहे पैसे
तेजस्वी ने कहा कि बिहार के सरकारी अस्पतालों में भी कोरोना की जांच के लिए पैसे लिए जा रहे हैं। यहां कि निजी अस्पतालों में तो पहले से ही लूट मची हुई है। जांच के नाम पर केवल झूठ बोला जा रहा है। अब ताे नीतीश कुमार को ट्वीट से भी परेशानी हो रही है।
बिहार को केंद्र सरकार ने नहीं दिया कोरोना फंड
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने इस डबल इंजन की सरकार को कोरोना फंड से वंचित कर दिया। जो राशि राज्यों के लिए जारी की गई, उसमें बिहार का नाम नहीं है। सवाल यह है कि नीतीश कुमार ने पैसे मांगे या नहीं। नीतीश कुमार प्रधानमंत्री के साथ समीक्षा बैठक करते हैं, लेकिन उनको पैसे नहीं मिलते हैं।