हफ्तों चले सियासी घमासान का केंद्र रहे तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश पर हमला बोला है. तेजस्वी ने कहा कि हमारे खिलाफ बीजेपी का एजेंडा है. हमसे क्यों जवाब मांगा गया, हमारी छवि को बदनाम करने की साजिश रची गई.उन्होंने कहा कि मेरे शेयर पब्लिक डोमेन में हैं. सुशील मोदी अपनी संपत्ति की डिटेल सार्वजनिक क्यों नहीं कर रहे हैं. हमारी खिलाफ पिछले 10 सालों से अभियान चलाया जा रहा है.
तेजस्वी ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब नीतीश कुमार महागठबंधन के लिए तैयार हुए तब लालू जी दोषी ठहराए गए थे. फिर नीतीश कुमार महागठबंधन के लिए क्यों राजी हुए. महागठबंधन अवसरवाद नहीं था, हमने नीतीश कुमार को पूरी छूट दी थी.
बिहार के मुख्यमंत्री के खिलाफ मर्डर का केस हैं, बेदाग बाबू बेदाग नहीं हैं.
राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि दोबारा चुनाव में जाने से हमें कोई समस्या नहीं है. 12 करोड़ बिहारी हमारे साथ हैं. अगर नीतीश मजबूत हैं, तो बीजेपी का सहारा क्यों ले रहे हैं. बीजेपी और नीतीश चुनाव से डर रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद महागठबंधन की बैठक क्यों नहीं बुलाई गई. तीनों पार्टियों के नेताओं को बैठक क्यों नहीं हुई. हमें दबाने के लिए मामले दायर किए गए हैं. लालू यादव के पोतों के खिलाफ भी केस दर्ज किए जाएंगे.
लालू के सबसे होनहार उत्तराधिकारी ने कहा कि हमें फ्लोर टेस्ट के लिए भी नहीं बुलाया गया, वे हमारी ताकत से डरे हुए हैं.