RIL की Annual general meeting (AGM) में कंपनी के प्रमुख मुकेश अंबानी ने बुधवार को अहम ऐलान किया. उन्होंने बताया कि अगले साल तक 5जी तकनीक लॉन्च की जा सकती है.
अंबानी ने यह भी बताया कि सर्च इंजन कंपनी गूगल ने जियो के प्लेटफॉर्म में 33,737 करोड़ रुपये का निवेश किया है. बता दें कि RIL के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब लोग इस इवेंट में ऑनलाइन शामिल हुए.
शेयरहोल्डर्स JioMeet वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप के जरिए इसका हिस्सा बने. इससे पहले, रिलायंस की सालाना एजीएम काफी धूमधाम से आयोजित होती थी और इसमें बड़ी तादाद में लोग शामिल होते थे.
-ईशा अंबानी और आकाश अंबानी ने नए जियो टीवी प्लस का डिमॉन्स्ट्रेशन दिया. जियो टीवी प्लस नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम, हॉटस्टार और अन्य ओटीटी प्लैटफॉर्म को एक ऐप पर ले आएगा. इसके अलावा, यह वॉयस सर्च से भी लैस होगा.
-जियो ने जियो ग्लास भी पेश किया. महज 75 ग्राम वजन वाले इस डिवाइस में मिक्स रियल्टी से जुड़ी सर्विसेज होंगी. यह सिंगल केबल से कनेक्ट होगा. इसमें 25 ऐप्स होंगे, जो एआर तकनीक वाली वीडियो मीटिंग में मदद करेगी.
–रिलायंस प्रमुख मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो आने वाले तीन सालों में आधा अरब मोबाइल कस्टमर जोड़ेगा. जियो ने संपूर्ण 5जी तकनीक विकसित कर ली है. उन्होंने बताया कि जैसे ही 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध होंगे, इसके ट्रायल शुरू हो जाएंगे. फील्ड में इस्तेमाल के लिए अगले साल तक यह तकनीक तैयार की जा सकती है.
-अंबानी ने कहा कि रिलायंस अब सच्चे मायनों में कर्जमुक्त कंपनी बन गई है. अंबानी के मुताबिक, इस लक्ष्य को मार्च 2021 की डेडलाइन से पहले ही हासिल कर लिया गया. रिलायंस प्रमुख ने कहा कि कंपनी की मजबूत बैलेंस शीट जियो, रिटेल और ओटूसी के लिए ग्रोथ प्लान में मदद करेंगे.