एजेंसी/ नई दिल्ली: सांसद तरूण विजय द्वारा दलितों को मंदिर में प्रवेश देने को लेकर चकराता के पुनाह पोखरी गांव में चलाए गए अभियान और इस पर मचे बवाल का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस दौरान तरूण विजय को दलितों को साथ लेकर मंदिर में प्रवेश करने का विरोध भी करना पड़ा लेकिन इस घटना को लेकर राज्यपाल डॉ. केके पॉल ने भी गहरी आपत्ती ली और नाराजगी जाहिर की है। बसपा प्रमुख ने भी इस पर आपत्ती ली है। उनका कहना है कि यह घटना शर्मनाक है। इस मामले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत से आवश्यक कदम उठाने की मांग भी राज्यपाल डॉ. कके पॉल ने की है।
राज्यपाल का कहना है कि इतनी बड़ी घटना के बाद यदि दोषियों को पकड़ा नहीं जाता है तो फिर यह आश्चर्यजनक है। राज्यपाल तरूण विजय का हाल जानने अस्पताल पहुंचे और उनसे चर्चा भी की। उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने पहले ही मुख्यमंत्री हरीश रावत पर उनकी जान लेने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि यहां पर भी जंगलराज की स्थिति बन गई है। मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना था कि चकराता में स्थिति नियंत्रण मे है। मंदिरों में किसी के भी प्रवेश पर रोक नहीं है। इस मामले में सीएम रावत ने कहा कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण यह घटना हुई। इस मामले में राजस्व पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर तीन लोगों को पकड़ लिया है।