बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान में बदल गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि ये तूफान 25 नवंबर को तमिलनाडु के मामल्लपुरम और पुडुचेरी के कराईकल तटों को पार करेगा। इस तूफान का नाम ‘निवार’ रखा गया है। माना जा रहा है कि यह तूफान तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी तबाही मचा सकता है।
मौसम विभाग ने बताया है कि इस दौरान हवा की रफ्तार 100-110 किमी प्रति घंटा होगी, जो बढ़कर 120 किमी प्रति घंटा तक भी पहुंच सकती है। तूफान के मद्देनजर तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
एनडीआरएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, एनडीआरएफ की 12 टीमें तैनात की जा चुकी हैं। वहीं, 18 अन्य टीमों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रखा गया है। उन्होंने बताया कि इन टीमों को प्रभावित क्षेत्रों से स्थानीय लोगों को निकालने में सहायता पहुंचाने समेत राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात किया जाएगा।
निवार तूफान को देखते हुए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सोमवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई और हालात का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में किसी की जान नहीं जाने देने और सामान्य स्थिति जल्द बहाल करने के निर्देश दिए।
निवार चक्रवात के मद्देनजर पूरे पुडुचेरी क्षेत्र में जिला मजिस्ट्रेट ने आज रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक धारा 144 लगाने का आदेश दिया। सभी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। केवल दूध की दुकानें, पेट्रोल स्टेशन और दवा की दुकानों को संचालित करने की अनुमति होगी।
एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा कि हमारे पास आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी में कुल 30 टीमें हैं। हमारे पास पुडुचेरी और तमिलनाडु में संयुक्त रूप से 9 टीमें हैं। एक एनडीआरएफ बटालियन अराकोनम में है और दूसरी विजयवाड़ा में है।