नई गणना के मुताबिक कोरोना वायरस को खत्म होने में अभी सात साल का समय और लग सकता है। जिस तरह दुनियाभर में टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है, उसके मुताबिक जानकारों ने यह बात कही है। ब्लूमबर्ग वैक्सीनेशन केलकुलेटर के मुताबिक, डॉक्टर एंथनी फाउची के वैश्विक हर्ड इम्यूनिटी के 75 फीसदी अनुमान को अंजाम तक पहुंचाने में इतना लंबा समय लगेगा।
वैश्विक स्तर पर देखा जाए तो प्रति दिन 40 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा रहा है। अभी तक अमेरिका मे अपनी जनसंख्या के 8.7 फीसदी हिस्से को टीका लगा दिया है। अमेरिका में प्रति दिन औसतन 13 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा रहा है लेकिन धीरे-धीरे लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।
टीका लगाने की दर के मुताबिक अमेरिका दुनिया में छठें नंबर हैं लेकिन अमेरिका के लिए हर्ड इम्यूनिटी की भविष्यवाणी 2022 रखी गई है। हालांकि ये सब इस बात पर निर्भर करता है कि क्या ये वैक्सीन कोरोना के नए वेरिएंट पर असरदार है या नहीं। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में कोरोना का नया वेरिएंट मिला है।
इसी बीच, इजराइल में टीका लगाने की गति को देखते हुए पूरी दुनिया सकते में है। इजराइल ने पहले ही अपनी जनसंख्या का 58.5 फीसदी जनसंख्या को टीका लगा दिया है और अगले दो महीने में ही हर्ड इम्यूनिटी को छू सकता है। इसके अलावा अफ्रीका के पूर्वीय हिस्से में स्थित छोटा सा द्वीप सेशेल्स दूसरे नंबर पर है। यहां अब तक 38.6 फीसदी जनसंख्या को टीका लग चुका है।
इसके बाद यूएई, यूके और बहराइन ने भी अमेरिका को पछाड़ दिया है। इन तीनों देशों ने अब तक अपनी जनसंख्या का 11.8 फीसदी हिस्से को वैक्सीनेट कर दिया है। यूके में प्रतिदिन 4.38 लाख से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जाती हैं। इस साल के अंत से पहले यूके में हर्ड इम्यूनिटी की शुरुआत हो जाएगी।