स्पीड-पोस्ट और रजिस्ट्री का ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम कई महीनों से बिगड़ा हुआ है, जिससे लोगों को अपनी डाक के गंतव्य तक पहुंचने की स्थिति का पता नहीं लग रहा है। इसके साथ ही कई बार डाक निर्धारित समय से बहुत लेट पहुंच रही है। अधिकारियों के मुताबिक इन दिनों सिस्टम को अपग्रेड और नए सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल किया जा रहा है। इससे यह परेशानी बनी हुई है।
मनोरमागंज निवासी सुमित जैन के यहां पुणे में रहने वाली बहन ने राखी भेजी थी। उन्होंने स्पीड पोस्ट से 23 अगस्त को पार्सल बुक करवाई थी। दो दिन बाद भी राखी नहीं मिली तो बहन ने बुकिंग नंबर दिया, लेकिन ऑनलाइन ट्रैकिंग से उसका पता नहीं लगा। आखिर में 27 अगस्त को पार्सल मिला।
महू निवासी अलोक पाटीदार ने सूरत में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे बेटे को उसके कुछ दस्तावेज स्पीड पोस्ट से भेजे थे। 18 अगस्त को पार्सल भेजा था। कॉलेज में उसे अगले दिन दस्तावेज जमा करवाना था, लेकिन उसे वह पार्सल 22 अगस्त की सुबह मिला। देरी से पहुंचने का कारण डाक कर्मचारी नहीं बता पाए।