उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ठंड से बचाव के लिए कमरे में कंडे की अंगीठी जलाकर सोए मां-बेटे की दम घुटने से मृत्यु हो गई है. इस हादसे की जानकारी तब मिली जब बहू सुबह खाना देने के लिए कमरे में पहुंची. हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा दिया है.
जानकारी के मुताबिक, यह घटना कविनगर थाना क्षेत्र के हरसांव गांव की है. यहां सहकारी विभाग में नौकरी करने वाले देवेंद्र सिंह किराए के मकान में निवास करते हैं. हादसे के दिन देवेंद्र सिंह की पत्नी संतोष (50) अपने बेटे मनीष यादव (16) को लेकर दूसरी मंजिल पर सोने के लिए चली गई, उन्होंने वहां एक तसले में कंडे की आग सुलगा ली और रात को दरवाजा बंद करके सो गए.
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जब बड़ा बेटा और बहू अगले दिन उन्हें ऊपर खाना देने पहुंचे तो हादसे का पता चला. इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने दोनों माँ-बेटे के शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए पहुंचा दिया है. एसपी सिटी श्लोक कुमार ने कहा है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि एक घर में अंगीठी लगा कर दोनों माँ-बेटे सो रहे थे और कमरे में वेंटिलेशन न होने के कारण धुआ घर में भर गया. इससे कमरे में ऑक्सीजन की कमी हो गई और दम घुटने से दोनों की मौत हो गई. फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.