मुस्लिम समुदाय के साथ एकजुटता व्यक्त करने और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आव्रजन नीतियों (Immigration policies) का विरोध करने के लिए यहां टाइम्स स्क्वायर पर इकट्ठा हुए विभिन्न धर्मों के हजारों लोगों ने घोषणा की कि ‘मैं भी मुसलमान हूं’.
सात मुस्लिम बहुल देशों पर प्रतिबंध लगाने वाले ट्रंप के शासकीय आदेश से पैदा हुई अनिश्चितता और चिंता के जवाब में ‘फाउंडेशन फॉर एथनिक अंडरस्टैंडिंग’ और ‘नुसानतारा फाउंडेशन’ ने मिलकर यह रैली आयोजित की.
‘मैं भी मुसलमान हूं’ एकजुटता रैली में हजारों लोगों ने भाग लिया और ‘लव ट्रम्प्स हेट’, ‘अमेरिका, अमेरिका’ और ‘नो मुस्लिम बैन’ के बैनर पकड़कर नारे लगाए. इस रैली में कई धर्मों के लोगों ने देश में विभाजनकारी राजनीतिक माहौल की निंदा की और बढ़ते खतरे और दबाव को झेल रहे मुसलमानों के लिए खड़े होने की अमेरिकियों से अपील की.
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न्यूयार्क सिटी के मेयर बिल डी ब्लासियों ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका की स्थापना सभी धर्मों और सभी आस्थाओं का सम्मान करने के लिए की गई थी और मुस्लिम समुदाय के प्रति पूर्वाग्रहों को समाप्त करना होगा.
उन्होंने कहा कि शहर के मेयर के तौर पर मैं कहीं भी जन्मे हर पृष्ठभूमि या आस्था के लोगों को यह संदेश देना चाहता हूं कि यह आपका शहर है और यह आपका देश है. मेयर ने कहा कि किसी की भी आस्था पर हमला सभी आस्थाओं के लोगों पर हमला है.
जाने माने सिख अमेरिकी स्पीकर सिमरन जीत सिंह ने कहा कि वह रैली का इसलिए समर्थन कर रहे हैं क्योंकि एक सिख के तौर पर हम जानते हैं कि भेदभाव और दमन झेलने वाले को कैसा महसूस होता हैं. हम ऐसी दुनिया चाहते हैं जिसमें सभी को स्वीकार किया जाए और जो सहिष्णु हो.