बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ डेमोक्रेट सांसदों ने नए गवाहों को पेश करने की अनुमति मांगी थी ताकि पूर्व एनएसए बोल्टन की यूक्रेन की मदद रोकने के संबंध में गवाही कराई जा सके। लेकिन विपक्ष के इस प्रस्ताव पर रोक के लिए 51 मत पड़े जबकि पक्ष में 49 मत डाले गए। 100 सदस्यों वाली सीनेट में रिपब्लिकनों के पास 53 और डेमोक्रेटों के पास 47 सीटें हैं।
ऐसे में ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर मिट रोमनी और सुसैन कोलिंस ने पार्टी लाइन के खिलाफ मतदान किया और डेमोक्रेटों का पक्ष लिया। इन दोनों सीनेटरों के वोट बोल्टन की गवाही के पक्ष में गिरे। बता दें कि अमेरिकी संसद के निचले सदन (प्रतिनिधि सभा) में डेमोक्रेटों का बहुमत है इसलिए वहां से महाभियोग प्रस्ताव पास हो गया लेकिन सीनेट में इस प्रस्ताव के खारिज होने के बाद ट्रंप के खिलाफ महाभियोग पारित होने की संभावना खत्म हो गई है।
बोल्टन की गवाही को उत्सुक थे डेमोक्रेट