टीम इंडिया वेस्टइंडीज (Ind vs WI 2019) दौरे पर गई थी जहां विराट कोहली (Virat Kohli) की अगुआई में भारतीय क्रिकेट टीम ने मेजबान को टेस्ट, वनडे व टी 20 सीरीज में क्लीन स्वीप किया था। इस क्रिकेट सीरीज के दौरान टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ के एक जूनियर सदस्य पर होटलकर्मी से छेड़छाड़
का आरोप लगा था। ये घटना भारत व वेस्टइंडीज के बीच एंटीगा में खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच से पहले सामने आई थी। अब इस मामले पर BCCI ने अपनी बात सामने रखी है।
वेस्टइंडीज दौरे के दौरान हुई इस घटना पर टीम इंडिया के मैनेजर सुनील सुब्रमण्यम ( Sunil Subramaniam) ने 25 सितंबर को प्रशासकों की समिति (COA) को एक ईमेल भेजा था और घटना के बारे में शिकायत की थी।
बाद में सुनील ने अपनी शिकायत को वापस लेते हुए कहा था कि आरोपी से इस बारे में बातचीत की जानी चाहिए। अब बोर्ड के एक अधिकारी ने इस बात को माना कि टीम होटल में ऐसी एक घटना घटी थी, लेकिन यह गलत पहचान का मामला था। यही वजह है कि एंटीगा पुलिस ने जांच के बाद सपोर्ट स्टाफ के सदस्य को आरोप से मुक्त कर दिया।
बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने पीटीआइ से बात करते हुए कहा कि जांच के बाद ये मामला गलत पहचान का निकला। होटल के जिस कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार हुआ था उसे टीम इंडिया के सभी सपोर्ट स्टाफ की तस्वीरें दिखाई गई थी, लेकिन वो उनमें से किसी को भी नहीं पहचान पाई। इसके अलावा पीड़िता ने जिस रूम नंबर की बात की थी उसमें टीम इंडिया से संबंधित कोई भी सदस्य नहीं ठहरा था।
दूसरी तरफ सुनील ने सीओए को जो शिकायत मेल पहले लिखा था उसमें कहा गया था कि जांच से ये बात साबित हो गई है कि सपोर्ट स्टाफ का जूनियर सदस्य दोषी है। सुनील ने पहले ईमेल में कहा था कि एंटीगा पुलिस, होटल स्टाफ, मैं, टीम इंडिया का सिक्टोरिटी मैनेजर आदि ने भी साफ किया है कि आरोपी टीम का सपोर्ट स्टाफ है।
इसके बाद अपने दूसरे ईमेल में सुनील ने कहा था कि मेरा इरादा किसी पर व्यक्तिगत आरोप लगाना नहीं था। बेहतर यही होगा कि सपोर्ट स्टाफ के उस सदस्य से बातचीत की जाए और इस तरह की गलती दोबारा नहीं हो इसके लिए कहा जाए।