आईसीसी क्रिकेट विश्व कप-2019 में अफगानिस्तान पर भारत की 11 रनों से रोमांचक जीत में अहम भूमिक निभाने वाले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने मैच को काफी मुश्किल बताया। लेकिन उन्हें अपनी काबिलियत पर भरोसा था। एक ऐसा वक्त भी था जब मैच भारत के हाथों से फिसलता हुआ दिख रहा था। तभी कप्तान विराट कोहली ने जसप्रीत बुमराह को गेंद थमाई और उन्होंने अपने एक ही ओवर में रहमत शाह और हशमतुल्लाह शाहिदी को आउट कर मैच में भारत की वापसी करा दी। साथ ही जसप्रीत बुमराह ने अफगानिस्तान की पारी के 49वें ओवर में सिर्फ 5 रन दिए।
बुमराह अपने प्रदर्शन के लिए बने ‘मैन ऑफ द मैच’
बुमराह ने आखिरी ओवर में अफगानिस्तान के लिए 16 रन छोड़े जिसे मोहम्मद शमी ने नहीं बनाने दिया। जसप्रीत बुमराह ने अपने 10 ओवरों के कोटे में 39 रन देकर 2 विकेट लिए, जिसमें एक मेडन ओवर भी डाला। इस शानदार प्रदर्शन के लिए जसप्रीत बुमराह को मोहम्मद शमी की हैट-ट्रिक को दरकिनार करते हुए ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया। जसप्रीत बुमराह ने मैच के बाद कहा, ‘जब कप्तान का विश्वास आपमें होता है तो आपको काफी आत्मविश्वास मिलता है। इससे मुझे अपनी सोच साफ रखने में मदद मिलती है। मैं जान पाता हूं कि मुझे किस तरह से अपनी रणनीति को लागू करना है।
शमी के साथ बुमराह की प्रतिस्पर्धा टीम के लिए अच्छा-
उन्होंने आगे कहा, ‘हम देख रहे थे कि विकेट समय के साथ और धीमी होती जा रही है। इसलिए हम सटीक और स्टंप टू स्टंप गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहे थे। साउथम्प्टन का मैदान बड़ा है और यहां रिवर्स स्विंग भी मिल रही थी। लेकिन आपको अपनी यॉर्कर पर ज्यादा निर्भर रहना होता है और स्थिति के हिसाब से खेलना होता है। यह मुश्किल मैच था, लेकिन मुझे अपनी काबिलियत पर भरोसा था।’ शमी को लेकर बुमराह ने कहा, ‘ऐसे गेंदबाज होने से हमें स्वस्थ प्रतिस्पर्धा मिलती है। हम साथ ही अपनी रणनीति के बारे में चर्चा करते रहते हैं। जब हर कोई विकेट लेकर योगदान दे रहा होता है तो यह टीम के लिए अच्छा होता है।’