पंजाब में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने बड़े नशा रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले की जांच में पता चला है कि इस गिरोह को 10 शातिर अपराधी बड़े ही व्यवस्थित तरीके से चला रहे थे, जिन्हें कमिश्नरेट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पंजाब में सबसे बड़ी हेरोइन बरामदगी मामले में एक बड़ी सफलता में हासिल करते हुए जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने 500 ग्राम हेरोइन बरामद की है और इस रैकेट को चलाने वाले 10 और लोगों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले 48 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई थी और अबतक इस केस में 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने बताया कि जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने पिछले हफ्ते तीन लोगों को गिरफ्तार कर 48 किलो हेरोइन बरामद कर इस रैकेट का भंडाफोड़ किया है। आगे की जांच में पता चला है कि इस गिरोह को 10 शातिर अपराधी बड़े ही व्यवस्थित तरीके से चला रहे थे, जिन्हें कमिश्नरेट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
सीपी स्वप्न शर्मा ने बताया कि इन आरोपियों की पहचान परमिंदर कौर उर्फ रानी निवासी गांव लखपुर नवांशहर, रोहित कुमार निवासी गांव कटरा अमृतसर, दलजीत सिंह निवासी गांव विरका जालंधर, अमरजीत शर्मा उर्फ सोनू शर्मा निवासी गढ़शंकर होशियारपुर, अनिल कुमार निवासी मोहल्ला रहकां गढ़शंकर, सुरजीत कुमार निवासी वार्ड नंबर 4 नहोरिया वाली गली गढ़शंकर, गुरविंदर सिंह निवासी गांव पंडोरी थाना लोपोके जिला अमृतसर, मंजीत सिंह उर्फ सोनी निवासी गांव मुहावा जिला अमृतसर, खुशाल उर्फ गोपाल सैनी निवासी हैबोवाल लुधियाना और मलकीत सिंह निवासी ग्राम भुसे तरनतारन के रूप में हुई।
कमिश्नर ने कहा कि ये अपराधी बहुत ही पेशेवर तरीके से इस रैकेट को चलाते थे क्योंकि रोहित सिंह हरदीप सिंह के माध्यम से रेफरल चैनलों का उपयोग करके अवैध कारोबार को बढ़ाता था। उन्होंने कहा कि गुरविंदर सिंह और मंजीत सिंह 2021 से बड़े पैमाने पर नशीली दवाओं के व्यापार में प्रमुख व्यक्ति के रूप में उभरे, परमिंदर कौर उर्फ रानी, सतनाम से भारी मात्रा में हेरोइन खरीदकर वितरण श्रृंखला में एक प्रमुख कड़ी के रूप में काम कर रही थी। उन्होंने छोटे पैमाने के तस्करों को दवाएं वितरित कीं, जिससे अवैध व्यापार नेटवर्क की पहुंच बढ़ गई।
सीपी शर्मा ने कहा कि खुशाल कुमार अपने जीजा विनोद कुमार के बड़े पैमाने पर हेरोइन ऑपरेशन को चलाने के लिए सतनाम सिंह के दामाद हरदीप सिंह के संपर्क में आया। इस कनेक्शन ने खुशाल कुमार को हेरोइन की खरीद शुरू करने में मदद की। कमिश्नर ने बताया कि दलजीत सिंह और अमरजीत शर्मा ने सतनाम सिंह की मदद से हेरोइन की तस्करी के लिए ट्रकों का उपयोग करके श्रीनगर के तीन चक्कर लगाए, प्रति व्यक्ति प्रति चक्कर 50,000 रुपये कमाए और क्रमशः 10 किलो, 7 किलो और 15 किलो हेरोइन की तस्करी की।
उन्होंने कहा कि अनिल कुमार और सुरजीत कुमार ने सतनाम सिंह के साथियों के साथ इनोवा कार में श्रीनगर से 10/15/12 किलोग्राम हेरोइन की 3 खेप लेकर जालंधर पहुंचे जिसकी एवज में प्रति चक्कर 50,000 रुपये वसूले। सीपी स्वपन शर्मा ने बताया कि नशे का आदी मलकीत सिंह, गुरविंदर सिंह और मंजीत सिंह के साथ मिलकर हेरोइन की डिलीवरी में मदद करता था।
आरोपियों के खिलाफ 21सी, 25,27ए, 29-61-85 एनडीपीएस एक्ट के तहत 27 अप्रैल को पुलिस स्टेशन डिवीजन 1 जालंधर में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अब तक 500 ग्राम हेरोइन, 84.78 लाख रुपये की ड्रग मनी, हुंडई कार पीबी01-सी-7932, मारुति सुजुकी बलेनो कार और ट्रक पीबी02-बीएम-9222 बरामद किया है। कमिश्नर ने बताया कि परमिंदर कौर और गुरविंदर सिंह के खिलाफ चार मामले लंबित हैं, जिनकी जांच जारी है और विवरण बाद में साझा किया जाएगा। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया है।