जापानी संसद ने शुक्रवार को सम्राट अकिहितो को पद छोड़ने की अनुमति देने वाला विधेयक पारित कर दिया। पिछले 200 सालों में ऐसा करने वाले वह पहले सम्राट हैं। जापानी लोक प्रसारक एनएचके के मुताबिक, शुक्रवार को संसद के ऊपरी सदन के सदस्यों द्वारा अनुमोदन के बाद यह विधेयक कानून बन गया। निचले सदन में यह पिछले हफ्ते ही पारित हो चुका था।
यह कानून 83 वर्षीय सम्राट को अपने 57 वर्षीय पुत्र युवराज नरुहितो को राजगद्दी सौंपन का अधिकार प्रदान करता है।
सरकार सावधानी के साथ पद त्याग के समय का निर्धारण करेगी।
कानून के अनुसार, यह प्रक्रिया तीन साल के भीतर पूरी होनी है।
बीबीसी के अनुसार, प्रोस्टेट कैंसर के मरीज रह चुके और दिल की सर्जरी करा चुके अकिहितो अपने पिता हिरोहितो की मृत्यु के बाद 1989 में सम्राट बने थे।
सम्राट ने पिछले साल राष्ट्र को एक संबोधन में कहा था कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण उन्हें अपने आधिकारिक कर्तव्यों के निर्वहन में दिक्कत हो रही है।