प्रत्येक वर्ष 25 मई को विश्व स्तर पर ‘World Thyroid Day’ यानि विश्व थायराइड दिवस मनाया जाता है। विश्व थायराइड दिवस को मनाए जाने का अहम उद्देश्य थायराइड के बारे में जागरूकता फैलाना तथा थायराइड रोगों की रोकथाम और इलाज के बारे में जानना है। यह दिन 2008 में यूरोपीय थायराइड एसोसिएशन (ETA) तथा अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन (ATA) के नेतृत्व में अभियान के एक भाग के तौर पर आरम्भ किया गया है, जिसके पश्चात् इसे लैटिन अमेरिकन थायराइड सोसायटी (LATS) तथा एशिया ओशिनिया थायराइड एसोसिएशन (AOTA) के साथ मिलकर मरीजों के थायराइड रोग और डॉक्टर और उनका उपचार करने वाले चिकित्सक के लिए मनाया जाने लगा।
क्या है थायराइड?
थायराइड तितली के आकार का एक ग्रंथि है जो गर्दन के निचले भाग में स्थित इंडोक्राइन ग्रंथि में होती है, जो गले में T3 (Thyroxine) तथा T4 (Triiodothyronine) का निर्माण करती है एवं यराइड ग्रंथि शरीर में थायराइड-उत्तेजक हार्मोन (TSH) नामक जो हार्मोन बनाती है, उससे बॉडी की ऊर्जा, प्रोटीन उत्पादन और दूसरे हार्मोन्स के प्रति होने वाली संवेदनशीलता नियंत्रित होती है।
थायराइड हार्मोन कमी से हाइपोथायरायडिज्म (अचानक वजन बढ़ना) होता है तथा थायराइड हार्मोन में वृद्धि हाइपरथायरायडिज्म की वजह बनती है। आहार में उचित आयोडीन का स्तर बनाए रखना तथा कच्ची गोइट्रोजेनिक सब्जियों के इस्तेमाल को सीमित करना थायराइड रोगों से बचने में सहायक होता है।