अटल जी इतने लोक प्रिय नेता थे कि पड़ोसी देश के लोग और अधिकारी भी उन्हें पसंद करते थे। दिल्ली के भाजपा नेता विजय कुमार मल्होत्रा बताते हैं कि आपातकाल के बाद बनी मोरारजी देसाई की सरकार में अटल बिहारी वाजपेयी विदेश मंत्री थे। इसलिए वह पाकिस्तान में भी बहुत लोकप्रिय थे। एक दिन पाकिस्तान के तत्कालीन उच्चायुक्त अब्दुल सत्तार उनके घर पहुंचे। सत्तार ने अटल जी से कहा कि आप तो पाकिस्तान में भी इतने लोकप्रिय हैं कि अगर वहां से चुनाव लड़ें तो दूसरों की जमानत जब्त हो जाएगी। यही बात पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशरर्फ ने भी एक बार कही थी।
कम संसाधनों में कैसे किया जाता है काम, वाजपेयी से सीखा
विजय कुमार मल्होत्रा बताते हैं कि कम संसाधनों में काम कैसे होता है, यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से सीखा जा सकता है। बात उन दिनों की है जब वर्ष 1951 में दिल्ली में जनसंघ की स्थापना हुई थी। अजमेरी गेट में मकान संख्या 5239 में पहले और दूसरे तल पर चार कमरों में कार्यालय बनाया गया। प्रवास के समय कार्यालय में दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी बाजपेयी रहते थे।