धार्मिक मान्यता के अनुसार हर भगवान का अपना अलग महत्व है। भगवान विष्णु की अगर बात करें, तो यह हमेशा शेषनाग के ऊपर आशित दिखाई देेते है। वहीं इनके चार हांथ और उनमें आभूषण नजर आता है। क्या आप जानते है? भगवान विष्णु के इन चार हाथ और उनकी वेशभूषा का क्या महत्व है। आज हम आपसे कुछ इसी सिलसिले पर चर्चा करने वाले हैं, जहां पर हम भगवान विष्णु के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में बात करेंगे।
1. विष्णु भगवान के चार हाथ जीवन के चार चरणों को दर्शाते हैं। पहला हाथ- ज्ञान की खोज, दूसरा- पारिवारिक जीवन, तीसरा- वनवास और चौथा संन्यास।
2. विष्णु भगवान के कानों के दो कुंडल दो विपरित चीजें की ओर इशारा करते हैं, जैसे ज्ञान और अज्ञान, सुख और दुख आदि।
3. भगवान विष्णु के मुकुट पर लगा मोर पंख उनके कृष्ण अवतार को दर्शाता है। माना जाता है, ये मोर पंख विष्णु जी ने कृष्ण भगवान से लिया है।
4. विष्णु भगवान की छाती पर बना श्रीवस्ता उनका लक्ष्मी माता के प्रति प्यार को दर्शाता है।
5. नाग पर लेटे हुए विष्णु भगवान मनुष्य को बताते हैं कि सुख और खुशियों के साथ-साथ कई समस्याओं से भी उसी वक्त गुजरना पड़ता है। यानि सुख के साथ दुख भी होता है, इसलिए जीवन के हर पल को मुस्कुराते हुए बिताना चाहिए।