भारत इस साल अपना 72वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। इस ऐतिहासिक मौके पर राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड का आयोजन किया जाता है। भारत हर साल लोकतंत्र के इस महापर्व को बड़े ही धूम धाम और भव्य तरीके से आयोजित करता रहा है। लेकिन इस साल कोरोना महामारी के कारण इसमें काफी बदलाव देखने को मिलेंगे। इस बार का ये कार्यक्रम थोड़ा अलग होगा। आइए जानते हैं कि कोराना महामारी के कारण इस बार कैसे अलग होगा गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन..
थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजर-फेस मास्क की होगी व्यवस्था
इस साल 2021 के गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर होने वाली परेड खास होने जा रही है। कोरोना महामारी के कारण इस बार परेड स्थल के एंट्री प्वाइंट पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था होगी और साथ ही डॉक्टर और हेल्थ वर्कर भी होंगे। इसके साथ ही सैनिटाइजर, फेस मास्क और ग्लव्स की भी व्यवस्था होगी।
गणतंत्र दिवस समारोह में नहीं होगा कोई मुख्य अतिथि
इस बार परेड में कोई चीफ गेस्ट नहीं होगा। कोरोना महामारी के कारण गणतंत्र दिवस 2021 के मौके पर इस साल कोई मुख्य अतिथि(चीफ गेस्ट) नहीं होगा। देश के 50 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब इस मौके पर कोई चीफ गेस्ट नहीं होगा। बता दें कि भारत की ओर से ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन को देश आने के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन ब्रिटेन में नए कोरोना स्ट्रेन के प्रकोप के चलते उन्हें अपनी यात्रा को रद करना पड़ा। इससे पहले भारत में 1952, 1953 और 1966 में भी गणतंत्र दिवस परेड के लिए मुख्य अतिथि नहीं थे।
दर्शकों की संख्या में कटौती
इस बार कोरोना महामारी के कारण गणतंत्र दिवस समारोह में काफी कम लोगों को परेड देखने का मौका मिलेगा। इस बार सिर्फ 25 हजार लोगों को ही आने की अनुमति दी गई है जबकि पिछले साल करीब डेढ़ लाख दर्शक परेड देखने गए थे। केवल 4,000 आम लोगों को अनुमति दी जाएगी, बाकी दर्शक वीवीआईपी और वीआईपी मेहमान होंगे। इसके साथ ही 15 साल से कम उम्र के बच्चों को यहां प्रवेश नहीं मिलेगा। इसी तरह, मीडिया प्रतिनिधियों की संख्या को भी घटाकर 300 से 200 तक कर दिया गया है।
घटाया गया परेड का आकार, 32 झांकियां होंगी
कोरोना महामारी की वजह से इस बार गणतंत्र दिवस का नजारा थोड़ा अलग देखने को मिलेगा। इस बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में कोरोना वायरस महामारी और चल रहे किसान विरोध के कारण दर्शकों और झाकियों-प्रदर्शनियों की संख्या में कटौती होगी। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस बार गणतंत्र दिवस परेड का आकार भी घटाया गया है। मार्च करने वाले सैन्य दस्तों की संख्या 144 से घटाकर 96 कर दी गई है। इसके अलावा गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार कुल 32 झांकियां होंगी जिनमें से 17 विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से होंगी। इसके साथ ही नौ झांकियां विभिन्न मंत्रालयों से जुड़ी होंगी। इतना ही नहीं इसमें 6 झांकियां सुरक्षाबलों की भी होंगी। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण के चलते इस बार हमारे सैनिक परेड के दौरान मास्क में नजर आएंगे।
कहां तक जाएगी परेड?
गणतंत्र दिवस परेड राष्ट्रपति भवन से शुरू होकर इंडिया गेट पर खत्म होगी। इसके बाद का मार्ग विजय चौक से राजपथ, अमर जवान ज्योति, इंडिया गेट प्रिंसेस पैलेस, तिलक मार्ग से होते हुए आखिर में इंडिया गेट तक जाएगा। सभी 32 सभी झाकियां जो पहले लाल क़िले तक जाती थीं, इस बार वे सिर्फ़ नैशनल स्टेडियम तक ही जाएंगी।
परेड में शामिल नहीं होगा बहादुर बच्चों का मार्च
इस साल परेड में शामिल होने वाले बहादुर बच्चों के मार्च को भी इसमें शामिल नहीं किया गया है। कोरोना महामारी के कारण 63 सालों में ऐसा पहली बार ऐसा हो रहा है, जब प्रधानमंत्री से इन बच्चों का संवाद भी वर्चुअल ही होगा। वीरता पुरस्कारों की परेड और बहादुरी पुरस्कार हासिल करने वाले बच्चे भी 72वें गणतंत्र दिवस समारोह में नहीं होंगे। इस बार स्कूल और कॉलेज के 100 मेधावी छात्रों को प्रधानमंत्री के बॉक्स से गणतंत्र दिवस परेड देखने का मौका मिलेगा।
इस साल नहीं होगा कोई मोटरसाइकिल स्टंट
कोरोना वायरस से जुड़े सुरक्षा मानदंडों के कारण इस साल परेड के दौरान कोई मोटर साइकिल स्टंट नहीं होगा। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में राजपथ पर होने वाली परेड में सबसे अधिक पसंद किए जाने वाला मोटरसाइकिल स्टंट इस साल देखने को नहीं मिलेगा। इस साल कोरोना महामारी के कारण शारीरिक दूरी का नियम बरक़रार रखने के लिए मोटरसाइकिल स्टंट शामिल नहीं किया गया है।
कोरोना वैक्सीन की निकलेगी झांकी
इस बार राजपथ पर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया भी दिखाई जाएगी। केंद्रीय जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) की झांकी स्वदेशी रूप से COVID-19 वैक्सीन के निर्माण के लिए वैज्ञानिकों द्वारा किए गए प्रयासों को प्रदर्शित करेगी। झांकी वैक्सीन के पूर्व-परीक्षण और परीक्षण के विभिन्न चरणों का प्रदर्शन करेगी।