यह बड़ी ही नॉर्मल बात है और सभी इसका एक्सपीरियंस कर चुके हैं कि मनुष्यों के प्राइवेट पार्ट्स का रंग ज़रा गहरा होता है. शरीर के बाकी अंगों की तुलना में मनुष्यों के गुप्तांगों का रंग थोड़ा गहरा होता है यानी काला होता है. इनमें केवल प्राइवेट पार्ट्स ही शामिल नहीं है. प्राइवेट पार्ट्स के आसपास के हिस्से जैसे इनर थाई और बट्स का रंग भी गहरे शेड का होता है.
प्राइवेट पार्ट्स मनुष्य के बेहद ही निजी अंग होते हैं, जिसे चाहे दिन हो या रात, अंडरआर्म हो, योनि या फिर आंतरिक जांघ इसे ढँक कर ही रखना होता है. देखा जाता है कि शरीर के जिस हिस्से को आप ढंकते हैं वह गोरा हो जाता है. लेकिन प्राइवेट पार्ट्स शरीर का वह हिस्सा होते हैं जो शुरू से ढंके होते हैं, लेकिन फिर भी काले होते हैं.
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बताया जाता है कि प्राइवेट पार्ट्स की त्वचा बेहद ही नाज़ुक और पतली होती है. शरीर ने अन्य अंगों की तुलना में गुप्तांग का प्रकार और रंग अलग होता है. जिस तरह मनुष्य के होंठों का रंग अलग होता है उसी तरह योनी के लिप्स या पेनिस की स्किन भी डार्क ही होती है. देखा जाता है कि प्राइवेट पार्ट्स में लगातार नमी बनी रहती है, और यही वजह है जिससे कि मनुष्य के निजी अंगों की त्वचा का रंग बदल जाता है.