राजस्थान की राजधानी जयपुर में भारी बारिश का असर विधानसभा सत्र पर भी पड़ा है. दरअसल, गहलोत खेमे के विधायक सत्र में हिस्सा लेने के लिए फेयरमांट होटल से दो बसों में सवार होकर रवाना हुए थे. लेकिन भारी बारिश के कारण तालाब बन चुकी जयपुर की सड़क पर दोनों बसें फंस गईं. इस वजह से विधानसभा सत्र की कार्यवाही भी दोपहर 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
इससे पहले शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा का 5वां सत्र शुरू हुआ. कार्यवाही के शुरू होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही दोपहर 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. जयपुर में भारी बारिश के बीच अनेक विधायक समय पर सदन में नहीं पहुंच पाए. इधर, राजस्थान की सियासी लड़ाई के बीच सदन शुरू होने से ठीक पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि विधानसभा में सत्य की जीत होगी.
जयपुर में शुक्रवार की सुबह से ही जोरदार बारिश हो रही है. भारी बारिश के कारण राजधानी की सड़कें तालाब बन गई हैं, सड़क पर खड़ी गाड़ियां डूब गई हैं, वहीं लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे के दौरान जयपुर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा समेत राज्य के पूर्वी हिस्से के कई भागों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है. इसके अलावा राज्य के अजमेर, अलवर, बांसवाडा, बांरा, भरतपुर, सीकर समेत कई शहरों में बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी की है.
मुख्य विपक्षी दल भाजपा द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा के बीच विधानसभा का यह सत्र काफी हंगामेदार रहने की संभावना है. विधानसभा सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक हुई तो भाजपा व उसके घटक दल ने भी बैठक की.
इस बीच कांग्रेस ने अपने दो विधायकों विश्वेंद्र सिंह तथा भंवरलाल शर्मा का निलंबन रद्द किया. लेकिन दिन की सबसे महत्वपूर्ण घटना पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात रही. लगभग एक महीने की सियासी खींचतान का एक तरह से पटाक्षेप करते हुए दोनों नेता मुख्यमंत्री निवास में मिले.
बैठक में गहलोत व पायलट के साथ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे व पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद थे. इसके बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री निवास में हुई जिसमें गहलोत, पायलट के साथ साथ कांग्रेस व उनके समर्थक विधायक भी शामिल हुए.
भाजपा की विधायक दल में पार्टी ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया. बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा. कटारिया ने कहा,’ हम अपनी तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं.’