कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करके फरार गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश में पुलिस की 50 टीमें छापेमारी कर रही हैं.
घटना के पांच दिन बाद भी विकास का अता-पता नहीं है. इस बीच खबर है कि विकास दुबे की पत्नी और बेटे को भगाने में जय वाजपेयी ने मदद की थी. जय वाजपेयी से पुलिस पूछताछ कर रही है.
आइए जानते हैं विकास दुबे की पारिवारिक प्रोफाइल के बारे में है. कानपुर के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे तीन भाई हैं.
सबसे बड़े विकास, फिर दीपू दुबे और उसके बाद अविनाश दुबे. सबसे छोटे भाई अविनाश की हत्या हो गई थी. विकास दुबे के पिता का नाम रामकुमार है, जो बिकरू गांव में ही रहते हैं, जबकि मां सरला दुबे हैं, जो लखनऊ में रहती हैं.
विकास दुबे की तीन बहनें बिट्टन, किरण और रेखा है, जिसमें की बिट्टन की शादी शिवली में हुई है. किरण की शादी उन्नाव में और रेखा की रामपुर में हुई है.
इसमें किरण और रेखा मर चुकी हैं. विकास दुबे ने पच्चीस साल पहले अपने दोस्त राजू खुल्लर श्रीवास्तव की बहन ऋचा से लव मैरिज की थी. विकास के दो बेटे आकाश और शानू हैं.
विकास दुबे का बड़ा बेटा आकाश विदेश से एमबीबीएस कर रहा है, जबकि शानू इंटर कर रहा है और वह अपनी मां और दादी के साथ लखनऊ में रहता है.
विकास दुबे ने रसूलाबाद से इंटर किया, फिर ग्रेजुएशन भी किया. विकास दुबे की पत्नी और बेटे को लखनऊ से फरार कराने में विकास के सहयोगी जय वाजपेई की भूमिका सामने आई है.
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, विकास ने एनकाउंटर से पहले जय वाजपेयी से बातचीत की थी और बड़ी घटना होने की बात की थी.
विकास ने जय के साथ बातचीत में उसकी पत्नी ऋचा दुबे और बेटे को सुरक्षित जगह पहुंचाने के लिए कहा था. माना जा रहा है कि रात 2 बजे जय ने अपनी लग्जरी गाड़ी से विकास दुबे की पत्नी और बेटे को चंदौली मैं सुरक्षित जगह पहुंचाया था.
बाद में जय वाजपेयी की लग्जरी गाड़ियां लावारिस हालत में मिली थी. कहा जाता है कि जय वाजपेयी ही विकास दुबे के फाइनेंस का पूरा काम देखता था.
फिलहाल, एसटीएफ ने उसे हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. इस बीच विकास के करीबी अमर दुबे का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है.