चेन्नई तब चेन्नई नहीं, मद्रास हुआ करती थी। हालांकि, अखंड भारत, भारत हो चुका था, लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम को अभी भी पहली टेस्ट जीत की तलाश थी। यूं तो भारत ने 1932 में टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था, लेकिन 20 साल और 24 मैचों के बाद वो दिन आया जब भारत को पहली टेस्ट जीत नसीब हुई। भारत ने सबसे पहले उस टीम को हराया, जिसने क्रिकेट की शुरुआत की थी।
दरअसल, 6 फरवरी 1952 को भारत और इंग्लैंड की टीम के बीच मद्रास में वो टेस्ट मैच शुरू हुआ था, जिसमें अगले कुछ दिन बाद भारत को जीत मिली थी। 10 फरवरी 1952 को इस टेस्ट मैच का नतीजा निकला था, जो भारत की पहली टेस्ट जीत के रूप में दर्ज है। ये जीत भी कोई मामूली जीत नहीं थी, बल्कि इंग्लैंड की टीम को विजय हजारे की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने पारी और 8 रन के अंतर से हराकर इतिहास रचा था।
6 फरवरी 1952 यानी आज ही के दिन शुरू हुए उस मुकाबले में इंग्लैंड की टीम के कप्तान डोनाल्ड कैर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी थी और मेहमान टीम ने 121.5 ओवर में पहली पारी में सभी विकेट खोकर 266 रन बनाए थे। इंग्लैंड के लिए जैक रॉबर्ट्सन ने 77, डिक स्पूनर ने 66, कप्तान डोनाल्ड कैर ने 40 और टॉम ग्रेवने 39 रन बनाए थे। भारत की तरफ से वीनू मांकड ने 8 विकेट अपने नाम किए थे।
पहली पारी में भारत ने 153 ओवरों में 457 रन बनाकर 9 विकेट खोकर पारी की घोषणा कर दी थी। इस पारी में भारत के लिए पॉली उमरीगर ने नाबाद 130 रन बनाए थे, जबकि 111 रन की पारी पंकज रॉय ने खेली थी। 61 रन दत्तू पाडकर ने बनाए थे। इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी के आधार पर भारत को 191 रन की बढ़त मिली थी, जिसके जवाब में इंग्लैंड की दूसरी पारी 75.5 ओवर में 183 रन पर ढेर हो गई। इस तरह मुकाबला भारत ने पारी और 8 रन के अंतर से जीत लिया।