प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन की आधारशिला रखी। इस बाद उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि नया संसद भवन आत्मनिर्भर भारत का गवाह बनेगा। आज एक ऐतिहासिक दिन है। नई संसद भवन की नींव रखी जा चुकी है। हम भारत के लोग मिलकर संसद के इस नए भवन का निर्माण करेंगे। यह 130 करोड़ से अधिक भारतीयों के लिए गर्व का दिन है जब हम इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बन रहे हैं। नया संसद भवन नए और पुराने के सह-अस्तित्व का एक उदाहरण है। यह समय और जरूरतों के अनुसार स्वयं के भीतर परिवर्तन करने का प्रयास है।

पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा, ‘मैं अपने जीवन में वो क्षण कभी नहीं भूल सकता जब 2014 में पहली बार एक सांसद के तौर पर मुझे संसद भवन में आने का अवसर मिला था। तब लोकतंत्र के इस मंदिर में कदम रखने से पहले, मैंने सिर झुकाकर, माथा टेककर लोकतंत्र के इस मंदिर को नमन किया था।’
पीएम मोदी ने कहा कि हम भारत के लोग मिलकर अपनी संसद के इस नए भवन को बनाएंगे और इससे सुंदर क्या होगा, इससे पवित्र क्या होगा कि जब भारत अपनी आज़ादी के 75 वर्ष का पर्व मनाए, तो उस पर्व की साक्षात प्रेरणा, हमारी संसद की नई इमारत बने।
इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी, आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन रतन टाटा और कई देशों के राजदूत मौजूद रहे।इस मौके पर सर्धवर्म प्रार्थना का भी आयोजन हुआ। विभिन्न धर्मों के घर्मगुरुओं ने प्रर्थना की।
इस दौरान हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पिछले 6 वर्षों में पीएम मोदी ने हमारे गौरवशाली इतिहास के समावेश के साथ एक आधुनिक, मजबूत, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी है। इसके मद्देनजर आज एक बहुत महत्वपूर्ण दिन है।
नए संसद भवन का निर्माण अक्टूबर 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि देश की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर नए भवन में संसद सत्र आयोजित किया जा सके। नए संसद भवन में लोकसभा वर्तमान के मुकाबले तीन गुना बड़ा होगा। राज्यसभा का आकार भी बढ़ेगा। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड 64,500 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्र में नए संसद भवन का निर्माण करेगा। डिजाइन एचसीपी डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है।
शहरी मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, नया संसद भवन 2022 में आजादी के 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर नए भारत की संवेदनाओं और आकांक्षाओं के अनुरूप तैयार होगा। नए संसद भवन को अगले सौ वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया जाएगा, ताकि भविष्य में सांसदों की संख्या बढ़ाने में कोई कठिनाई न हो। मंत्रालय के अनुसार, नया संसद भवन सौर ऊर्जा तंत्र जैसे अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस होगा। मौजूदा संसद भवन से सटे नया संसद भवन को अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस होगा।
डिजाइन प्लान में एक संविधान हॉल शामिल है जो आम जनता के लिए खुला होगा। इसके अलावा नए भवन में संसद के सदस्यों के लिए लाउंज, पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र, पार्किंग स्थान, आरामदायक बैठने की व्यवस्था और आपातकालीन निकासी की व्यवस्था होगी। यह इमारत भूकंपरोधी होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नए संसद भवन का भूमि पूजन करेंगे।