उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज़ हो गई है. भारतीय जनता पार्टी के खेमे में सबसे अधिक उठापटक देखी जा रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नई दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर रहे हैं, तो दूसरी ओर अब प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं.
सूत्रों की मानें, तो कांग्रेस को छोड़ हाल ही में बीजेपी में आने वाले जितिन प्रसाद भी योगी मंत्रिमंडल का हिस्सा बन सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक, जुलाई में जितिन प्रसाद को MLC बनाया जा सकता है. जुलाई में पांच सीटों के लिए एमएलसी चुनाव होना है, ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी रास्ता खुला है. अगर ऐसा होता है कि यूपी बीजेपी को चुनावों से पहले जिस ब्राह्मण चेहरे की तलाश थी, वो जितिन प्रसाद के रूप में खत्म होती दिख रही है.
पूरी हुई ब्राह्मण चेहरे की तलाश?
दरअसल, जितिन प्रसाद के भाजपा में आने की टाइमिंग हो या फिर एंट्री के बाद उनके द्वारा दिए गए बयान. इन सबसे लग रहा है कि जितिन प्रसाद के लिए उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल में जगह बनाई गई है. क्योंकि फिलहाल न तो लोकसभा का कोई चुनाव है और न ही उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की कोई सीट खाली है, ऐसे में जितिन के केंद्र में जाने के आसार कम नज़र आते हैं.
वहीं, उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार प्रस्तावित है और लंबे वक्त से इसपर मंथन चल रहा है. साथ ही बीजेपी को प्रदेश स्तर पर एक ब्राह्मण चेहरे की भी तलाश है, ऐसे में जुलाई में जिन विधान परिषद की जिन पांच सीटों को भरा जाना है. ऐसे में जानकारों का कहना है कि जितिन प्रसाद को जल्द ही योगी मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा.
जितिन के अलावा एके शर्मा को मिलेगी जिम्मेदारी!
हालांकि, योगी आदित्यनाथ के करीबी सूत्र और संगठन के लोग लगातार इस बात से इनकार कर रहे हैं कि फिलहाल कोई मंत्रिमंडल विस्तार होगा. लेकिन जिस तरीके से घटनाक्रम लगातार बदल रहे हैं और दिल्ली में बैठकें हो रही हैं, वो कैबिनेट विस्तार की ओर इशारा करते हैं.
जितिन प्रसाद के अलावा एके शर्मा ऐसे शख्स हैं जिनके यूपी मंत्रिमंडल में शामिल होने के आसार हैं. एके शर्मा जिस तरीके से गठबंधन को लेकर दिल्ली में सक्रिय हैं, बीते दिनों निषाद पार्टी के नेताओं और अनुप्रिया पटेल से उनकी मुलाकात हुई है. ऐसे में एके शर्मा का कद बढ़ने के संकेत हैं, साथ ही ये भी तय माना जा रहा है कि उन्हें यूपी सरकार के मंत्रिमंडल में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है.