चीन के साथ विवाद के चलते वीवो पहले ही आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप छोड़ चुका है.भारत और चीन के बीच चल रहे मौजूदा विवाद का खामियाजा चाइनीज स्मार्टफोन मेकर कंपनी वीवो को भुगतना पड़ रहा है.
एंटी चाइना माहौल को ध्यान में रखते हुए वीवो प्रो कबड्डी लीग को स्पॉन्सर करने से पीछे हट गई है. एबीपी न्यूज को सूत्रों के हवाले से यह खबर मिली है. इससे पहले गुरुवार को बीसीसीआई ने टाइटल स्पॉन्सर के तौर पर वीवो के आईपीएल से अलग होने की जानकारी दी थी.
वीवो पिछले चार साल से प्रो कबड्डी लीग को स्पॉन्सर कर रही है. लेकिन अब पांचवें साल में वीवो ने प्रो कबड्डी लीग की स्पॉन्सशीप से अलग होने का फैसला किया है. प्रो कबड्डी लीग से वीवो के अलग होने का आधिकारिक एलान आने वाले कुछ दिनों में हो सकता है.
प्रो कबड्डी लीग के साथ वीवो का कॉन्ट्रैक्ट 60 करोड़ रुपये सलाना का था. टूर्नामेंट के आयोजकों का अगला कदम क्या होगा इसके बारे में कई जानकारी सामने नहीं आई है.
बता दें कि जून में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद से ही देशभर में चीन के खिलाफ माहौल बना हुआ है. बीसीसीआई ने पहले वीवो को टाइटल स्पॉन्सर के तौर पर बरकरार रखने का फैसला लिया था. लेकिन बीसीसीआई के इस एलान के बाद बायकॉट आईपीएल की मुहिम शुरू हो गई. देशभर में चीन के खिलाफ माहौल को देखते हुए बीसीसीआई वीवो से अलग हो गया.
आईपीएल में टाइटल स्पॉन्सर की जगह लेने के लिए एमेजन, कोका कोला, जियो और बाईजू ने दिलचस्पी दिखाई है. हालांकि पिछले कुछ सालों में कबड्डी की लोकप्रियता में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन क्रिकेट से इसकी तुलना बेमानी है. इसलिए देखना होगा कि अब प्रो कबड्डी लीग की स्पॉन्सरशिप में कौन रूचि दिखाता है.