योग गुरु बाबा रामदेव ने चीन की चालबाजी से निपटने के लिए चार रास्ते सुझाए हैं. बाबा रामदेव ने कहा कि योग से अज्ञान, अकर्मण्यता और बीमारियों से मुक्ति तो पाई जा सकती है, मानसिक और आध्यात्मिक शांति तो हासिल की जा सकती है, लेकिन चीन से मुक्ति चार चरण हैं.
अपनी बात को समझाते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि पहली बात तो ये है कि हमारी सेना और सरकार मजबूत है और वो चीन को घर में घुसकर मात देने में सक्षम है. लेकिन बात इतनी से नहीं बनेगी.
बाबा रामदेव ने कहा कि चीन में बनने वाले सामान का विकल्प हमें भारत में प्रस्तुत करना होगा. चाहे वो मोबाइल हो, या फिर इलेक्ट्रॉनिक्स, खिलौने या मेडिकल या दूसरे आइटम. उन्होंने कहा कि चीन से आयात पर ड्यूटी बढ़ानी होगी और भारत में तैयार होने वाले आइटम को हमें बढ़ावा देना होगा, उन्हें टैक्स में छूट देनी होगी.
देश में स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत के लिए मुहिम चला रहे बाबा रामदेव ने कहा कि पूरे देश के लोगों को चीन का बहिष्कार करना चाहिए. क्योंकि चीन विश्वासघाती देश है. उन्होंने कहा कि इस मुहिम में लेफ्ट विचार धारा के लोगों को भी शामिल होना चाहिए.
चीन से मुक्ति का चौथा चरण बताते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि चीन से पूरी दुनिया में नाराजगी है और चीन को वैश्विक स्तर पर अलग थलग करने की कोशिशों का भारत को नेतृत्व करना चाहिए.
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देश दुनिया में योग को लोकप्रिय करने में जुटे योग गुरु बाबा रामदेव ने भी हरिद्वार में साधकों के साथ योग अभ्यास और प्राणायाम किया.
इस मौके पर बाबा रामदेव ने योग के अलग अलग आसनों का अभ्यास किया और देश और दुनिया के लोगों को संदेश दिया कि स्वस्थ और खुशहाल जीवन के लिए योग और प्राणायाम जरूर करें.
योग दिवस पर आजतक के साथ खास बातचीत में बाबा रामदेव ने कोरोना से लड़ने में योग के महत्व को बताया. बाबा रामदेव ने कहा कि योग में सबसे सरल प्राणायाम है, इसी से 99 फीसदी तक लाभ पहुंचता है.
उन्होंने कहा कि प्राणायाम से श्वसन तंत्र मजबूत होता है तो कोरोना अगर अटैक भी करता है तो शरीर मजबूती से इससे लड़ पाएगा. बाबा रामदेव ने इसके बाद कपालभाति के महत्व को बनाया.
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि योग कोरोना काल में शरीर बचाने के लिए संजीवनी है. इसके बाद बाबा रामदेव ने अनुलोम-विलोम के बारे में बताया.
बाबा रामदेव ने कहा कि इम्युनिटी सिस्टम दूर करने के लिए गिलोय, अश्वगंधा और तुलसी का सेवन बेहद लाभदायक है. उन्होंने कहा कि पतंजलि आयुर्वेद ने इससे दवा भी बनाई है.
बाबा रामदेव ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए संतुलित जीवन पद्धति बहुत जरूरी है. बाबा रामदेव ने कहा कि अगर व्यक्ति सुबह-सुबह योग करके 18 घंटे मेहनत कर ले तो उनके जीवन में अर्थ-धन हासिल कर पाना मुश्किल नहीं रह जाता है.