महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक हलचल पर लगातार बयान आ रहे हैं. लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को लोकतंत्र का मजाक करार दिया है. उन्होंने कहा कि अगर मेरे हाथ में होता तो वह दोबारा जनादेश की मांग करते. गौरतलब है कि लोजपा केंद्र सरकार में भारतीय जनता पार्टी के साथ है और एनडीए का अहम हिस्सा है.
समाचार एजेंसी को चिराग पासवान ने बताया, “आज जो परिस्थितियां पैदा हुई हैं, इससे ज्यादा लोकतंत्र का मजाक नहीं हो सकता है. अगर, मेरे हाथ में होता तो मैं ईमानदारी से पुन: जनादेश की मांग करता, पुन: जनता के बीच में जाता ताकि जनता को भी पता चले कि आपने किसके साथ रहकर जनादेश मांगा था.” चिराग बोले कि महाराष्ट्र में जो भी परिस्थितियां पैदा हुई हैं, वह गलत है.
चिराग पासवान ने कहा कि महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना को सरकार बनाने के लिए स्पष्ट जनादेश मिला था, लेकिन दोनों राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी महत्वाकांक्षा के चलते सरकार नहीं बनाई और वैकल्पिक गठबंधन बनाने की तलाश शुरू हुई.
उन्होंने कहा कि शिवसेना के प्रमुख (पूर्व) बाला साहेब ठाकरे अपने पूरे जीवन काल में निरंतर कांग्रेस विरोधी रहे. कांग्रेस की नीतियों का वह निरंतर विरोध करते रहे लेकिन आज यह (शिवसेना) कांग्रेस से समर्थन लेने को तैयार है. इसी प्रकार कांग्रेस जिस तरीके से भाजपा और शिवसेना पर सांप्रदायिकता का आरोप लगाती रही वह आज अपनी विचारधारा से समझौता करने को तैयार है, यह लोकतंत्र की विडंबना है.”