तीन दिन से लगातार सीवेज की गंदगी मंदाकिनी नदी में गिरने से पानी जहरीला हो गया है और आक्सीजन कम होने के कारण हजारों मछलियों की मौत हो गई। सुबह मछलियां लूटने के लिए आसपास के ग्रामीणों में होड़ लगी रही तो पुलिस ने उनको खदेड़ा। मंदाकिनी नदी में गंदगी से श्रद्धालुओं और लोगों में नाराजगी बनी है।
रामघाट पर बूढ़े हनुमान मंदिर से कुछ दूर स्थित संपवेल से 31 मार्च से लाखों लीटर गंदा पानी मंदाकिनी में गिर रहा है। इसका असर सोमवार रात पानी में घुलित आक्सीन कम होने पर नजर आया। रामघाट पर नया गांव रपटा के पास दोनों तरफ तटों पर हजारों की संख्या में छोटी-बड़ी मछलियों की मौत हो गई। कुछ देर के लिए गंदगी की जगह पूरा पानी मछलियों के कारण सफेद हो गया। इससे आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। सीतापुर पुलिस चौकी प्रभारी राम वीर ङ्क्षसह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मछलियां लेकर जा रहे लोगों को फटकार लगाई। साथ में गंदगी गिरने को लेकर संपवेल कर्मियों को आड़े हाथ लिया। डीएम विशाख जी. ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी। जिम्मेदार अफसरों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
लोगों ने की जमकर नारेबाजी
मछलियों की मौत के बाद बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत ङ्क्षसह की अगुवाई में भरत मंदिर के महंत दिव्य जीवन दास, मत्यगजेंद्र नाथ मंदिर के पुजारी विपिन बिहारी, पर्णकुटी यज्ञवेदी मंदिर के सत्य प्रकाश दास, ङ्क्षरकू द्विवेदी, दादू केशरवानी, बूड़े हनुमान मंदिर के राम जी दास ने जमकर नारेबाजी की। बुंदेली सेना जिलाध्यक्ष ने कहा कि डीएम विशाख जी के कार्यों पर ङ्क्षसचाई विभाग व संपवेल के अधिकारी कर्मचारी पानी फेर रहे हैं। हजारों मछलियों की मौत के दोषियों पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए।