चारधाम यात्रा में इस बार शुरूआत में ही दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों ने रिकॉर्ड बनाया है। यात्रा शुरू होने के पांच दिनों में बीते वर्ष की तुलना में तीर्थयात्रियों की संख्या 1.15 लाख अधिक है।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि चारधाम यात्रा में आने वाले 50 वर्ष से अधिक आयु के श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। यात्रा मार्ग पर पहली बार राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में कैथ लैब शुरू की गई।
मंगलवार को सचिवालय पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर के पदाधिकारियों व सदस्यों ने स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार से भेंट की। इस मौके पर सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा में यात्रियों की बढ़ती संख्या एक चुनौती के रूप में सामने आई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य जांच से लेकर तमाम सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि गत वर्ष यात्रा काल में 55 वर्ष से अधिक के लगभग साढ़े सात लाख लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई थी।
44 विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल
इस बार हमारा लक्ष्य है कि 50 वर्ष से अधिक के लोगों की ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य जांच की जाए। उन्होंने बताया कि इस बार यात्रा मार्ग पर 184 चिकित्सकों की तैनाती की गई है। जबकि पिछले साल 140 डॉक्टर तैनात किए गए थे। इनमें 44 विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल हैं। यात्रा में तैनात चिकित्सकों के साथ ही पैरा मेडिकल स्टाफ को एनएचएम के माध्यम से मानदेय की व्यवस्था की गई। चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देश 11 भाषा में जारी किए गए। एसओपी सभी राज्यों के सचिवों को भेजी गई है। जानकी चट्टी में पहली बार मेडिकल प्वाॅइंट बनाया गया है।
पीएसआरआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारनिया ने स्वास्थ्य सचिव को बताया कि संगठन की देश भर में 25 शाखाएं हैं। इसमें सरकारी विभागों के जनसंपर्क अधिकारियों के अतिरिक्त पब्लिक सेक्टर यूनिट आदि के कार्मिक भी जुड़े हैं। संगठन का उद्देश्य है कि आपसी सहयोग से केंद्र व राज्य सरकार कर योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाएं। इस मौके पर अनिल सती, अनिल वर्मा, संजय पांडे, जितेंद्र सिन्हा, ज्योति नेगी, मनोज सती, दिनेश कुमार, पुष्कर नेगी, प्रियांक वशिष्ठ, अमित ठाकुर, नीरज आदि मौजूद थे।