भागलपुर के चर्चित सृजन घोटाला मामले में केंद्रीय अंवेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए इंडियन बैंक के चीफ मैनेजर देवशंकर मिश्र को हिरासत में लिया है। चीफ मैनेजर को तमिलनाडु में करायकुडी से गिरफ्तार किया गया।
सीबीआइ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भागलपुर के कोतवाली में दर्ज सृजन से संबंधित मामले में इंडियन बैंक के चीफ मैनेजर को गिरफ्तार किया गया है। देवशंकर मिश्र पहले भागलपुर में इंडियन बैंक में मैनेजर थे। उनके कार्यकाल में उनकी ब्रांच से सृजन के बैंक खातों में आठ करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे।
सृजन घोटाले का मामला प्रकाश में आने के बाद बैंक मैनेजर के रूप में काम करने वाले देवशंकर मिश्र को भी आरोपी बनाया गया था। बाद में मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी गई थी। सीबीआइ ने जांच मिलने के बाद देवशंकर की गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी किया था। आज इसी मामले में सीबीआइ ने सूचना मिलने के बाद तमिलनाडु की करायकुडी में इंडियन बैंक की शाखा में चीफ मैनेजर के रूप में तैनात मिश्र को अपनी हिरासत में ले लिया।
सूत्रों की माने तो सीबीआइ उनसे पूछताछ के बाद उन्हें सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश करेगी। करीब 19 सौ करोड़ रुपये के सृजन घोटाले में सीबीआइ अब तक 12 के खिलाफ आरोपपत्र दायर कर चुकी है। सृजन महिला विकास समिति की सचिव मनोरमा देवी को मृत दिखाते हुये बांका की तत्कालीन जिला भू-अर्जन पदाधिकारी जयश्री ठाकुर तत्कालीन नाजिर अनीस अंसारी, मैनेजर नवीन कुमार साहा, क्लर्क संत कुमार सिन्हा,
भागलपुर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के तत्कालीन मैनेजर सुजीत कुमार श्रीवास्तव, इंडियन बैंक के तत्कालीन सहायक व वर्तमान में रांची में सहायक मैनेजर दिनकर टिग्गा, इंडियन बैंक के तत्कालीन सहायक हरे कृष्ण अडक, कोऑपरेटिव बैंक के तत्कालीन मैनेजर अशोक कुमार गुप्ता और विजय कुमार शर्मा तथा सहायक बाल मुकुंद यादव, बांका स्थित कोऑपरेटिव सोसाइटी के तत्कालीन ऑडिटर सतीश कुमार झा और सृजन महिला विकास सहयोग समिति की तत्कालीन मैनेजर सरिता झा को आरोपित बनाया गया है।