कैंसर, एचआइवी और दिल के मरीजों के बेहद जरूरी सूचना है। ऐसे लोगों को कोविड वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। वैक्सीन का ऐसे लोगों पर साइड इफेक्ट देखने को मिल सकता है। ये मरीज जो दवाइयां ले रहे हैं उसके चलते कोरोना वैक्सीन का विपरीत असर देखने को मिल सकता है। पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम ने कहा कि ऐसे लोगों को कोविड वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। कोराेना वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों ने स्वास्थ्य मंत्रालय और वैक्सीनेशन करने वाले स्वास्थ्य कमिर्यों के लिए इस बारे में सुझाव जारी किए हैं। कंपनियों द्वारा जारी फैक्ट शीट में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि ये वैक्सीन किन लोगों काे लगाई जा सकती है और किन लोगों को नहीं।

चंडीगढ़ के सरकारी अस्पताल और पीजीआइ में हो रही कोविशील्ड वैक्सीन प्रयोग
देश में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सिरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया की कोविशील्ड वैक्सीन का प्रयोग किया जा रहा है। केंद्र से चंडीगढ़ के स्वास्थ्य विभाग और पीजीआइ चंडीगढ़ को कोविशील्ड वैक्सीन मिली है। पहले स्लाट में शहर को 12 हजार और दूसरे स्लाट में 11,500 कोविशील्ड वैक्सीन की डोज मिली है। पीजीआइ को अब तक वैक्सीन की एक हजार डोज मिली है।
डायबीटिज और हाइपरटेंशन के मरीजों को लेनी होगी डाक्टरों की सलाह
प्रो. जगतराम के अनुसार, डायबीटिज यानी मधुमेह से ग्रस्त जो मरीज ब्लड थिनर का प्रयोग खून को पतला करने के लिए करते हैं। उन मरीजों को वैक्सीन लगवाने से पहले अपने डाक्टर से सलाह लेनी जरूरी है। इसके अलावा हाइपरटेंशन यानी ब्लड प्रेशर हो या कोलेस्ट्रोल का लेवल ज्यादा रहता हो। उन्हें टीकाकरण से पहले डाक्टर की सलाह जरूरी बताई गई है। हो सकता है कि इन लोगों को इनकी मेडिकल कंडीशन को देखते हुए वैक्सीन न लगाई जाएगी।
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