समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि तीन बार लॉकडाउन और नतीजा शून्य। कोरोना वायरस के संक्रमण के शिकार लोगों की संख्या कम नहीं हो रही है।
संक्रमित लोगों की संख्या के सही आंकड़े भी नहीं मिल रहे हैं। रात को रिपोर्ट निगेटिव, सुबह पॉजिटिव। अभी राज्य में 20 से अधिक संक्रमित जिलों में वेल्टीलेटर तक नहीं है। इसमें लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि 25 मार्च से घरों में कैद अल्पवेतन भोगियों, रोज कमाने खाने वालों, नौजवानों और किसानों को भविष्य की दुश्वारियां सोचकर ही पसीना छूट रहा है।
सरकारी खजाने की हालत बिगड़ी हुई है। शराब के दुष्प्रभावों की चिंता किए बगैर सरकार उसकी बिक्री से राहत पाने की उम्मीद कर रही है। सत्तारूढ़ दल को इस संकट में भी अगले चुनाव की चिंता सता रही है। इसीलिए उसने विपक्ष का सहयोग लेने का कोई सही प्रयास नहीं किया है। विधानसभा का विशेष सत्र भी वह बुला नहीं रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी नकारात्मक सोच छोड़ नहीं पा रही है। महाराष्ट्र से पैदल चलकर कानपुर तक का लंबा सफर तय करने वाले युवकों के लिए जिला प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किया।
न तो बाहर से आए श्रमिकों की सही ढंग से जांच हो रही है, न उनके रहने-खाने का कोई इंतजाम है। भारतीय सेना ने कोरोना के खिलाफ कार्यरत डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ तथा पुलिस बल के सम्मान में अपने विमानों और हेलीकाप्टरों से पुष्प वर्षा कर अभिनंदनीय काम किया है। इस संकट में कोरोना योद्धाओं का मनोबल बढ़ाए रखना और उनके काम की सराहना करना हम सबका कर्तव्य है।